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लॉकडाउन में कुपोषित बच्चों को भूल गए अफसर, 14 हजार बच्चों को नहीं मिला पोषण आहार

locationशाहडोलPublished: Jul 02, 2020 09:57:52 pm

Submitted by:

amaresh singh

अधिकारियों की कमजोर मॉनीटरिंग, मैदानी अधिकारियों की लापरवाही

Officers forgot malnourished children in lockdown

लॉकडाउन में कुपोषित बच्चों को भूल गए अफसर, 14 हजार बच्चों को नहीं मिला पोषण आहार

शहडोल। संभाग में लगातार कुपोषण का दंश बढ़ रहा है। गांव-गांव कुपोषण का कलंक है। अफसरों के तमाम प्रयासों के बाद भी कुपोषण के मामले कम नहीं हो रहे हैं। हाल ही में कमिश्नर ने कुपोषण के मामलों की समीक्षा करते हुए अधिकारियो को अल्टीमेटम भी दिया था। इसी बीच महिला बाल विकास विभाग की लॉकडाउन अवधि में लापरवाही उजागर हुई है। लॉकडाउन में सभी बच्चों को महिला एवं बाल विकास विभाग का मैदानी अमला पोषण आहार नहीं पहुंचा पाया। यहीं नहीं सभी गर्भवती और धात्री महिलाओं तक भी पोषण आहार नहीं पहुंचा। स्थिति यह हुई कि जब आदिवासी अंचल में गरीब ग्रामीण परिवारों को पोषण की सबसे ज्यादा जरूरत थी, उसी वक्त अमला राहत पहुंचाने में फेल रहा। नतीजन गांव-गांव कुपोषण के मामले बढ़ गए।
गांव-गांव कुपोषित बच्चे, 14 हजार को नहीं मिला आहार
लॉकडाउन में 6 माह से लेकर 3 वर्ष तक के 49 हजार 824 बच्चों तक महिला एवं बाल विकास विभाग का पोषण आहार पहुंचाने का लक्ष्य था। 3 वर्ष से लेकर 6 वर्ष तक के 56 हजार 187 बच्चों तक पोषण आहार पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें महिला एवं बाल विकास विभाग का मैदानी अमला 6 माह से लेकर 3 वर्ष तक के 44 हजार 276 बच्चों तक ही पोषण आहार पहुंचा पाया। 5 हजार 648 बच्चे अभी पोषण आहार से वंचित रहे। 3 वर्ष से लेकर 6 वर्ष तक 48 हजार 260 बच्चों को पोषण आहार पहुंचाया गया। इस स्थिति में 8 हजार 927 बच्चों तक अभी पोषण आहार नहीं पहुंच पाया। इस तरह से 12 जून तक की स्थिति में 14 हजार 575 बच्चों तक महिला एवं बाल विकास विभाग का मैदानी अमला पोषण आहार नहीं पहुंचा सका था।


29 सौ गर्भवती और धात्री महिलाओं को नहीं मिला आहार
जिले में 2905 गर्भवती और धात्री महिलाओं तक भी महिला एवं बाल विकास विभाग का मैदानी अमला पोषण आहार नहीं पहुंचा सका है। जिले में सबसे कम जयसिंहनगर में मैदानी अमला बच्चों तक पोषण आहार नहीं पहुंचा पाया है। जयसिंहनगर में गर्भवती एवं धात्री महिलाओं तक पोषण आहार पहुंचाने में महिला एवं बाल विकास विभाग का अमला पीछे रहा है। जयसिंहनगर में 6 माह से 3 वर्ष तक के 9 हजार 574 बच्चों तक पोषण आहार पहुंचाना था,जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमला 5 हजार 612 बच्चों तक पोषण आहार पहुंचा पाया। इसी प्रकार 3 वर्ष से 6 वर्ष तक में 9 हजार 759 बच्चों तक पोषण आहार पहुंचाने का लक्ष्य था, जिसमें मैदानी अमला 5 हजार 612 बच्चों तक पोषण आहार पहुंचा पाया। इसी तरह जयसिंहनगर 4 हजार 672 गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं तक पोषण आहार पहुंचाने का लक्ष्य था, जिसमें 27 सौ 13 गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं तक ही पोषण आहार मैदानी अमला पहुंचा पाया।

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