प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश और आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ
बाद में प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश और आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। पीडि़त अमर सिंह ने बताया कि खेत में ट्रांसफार्मर लगा हुआ है, इसी से खेत में कनेक्शन भी दिया गया है। ट्रंासफार्मर और बिजली सप्लाई की तार पूरी तरह खुली थी। पूर्व में एमपीईबी अधिकारियों को जानकारी भी दी जा चुकी है। ३ जुलाई को सुंदर लाल सिंह खेत गए थे। जहां खुले में करंट फैला था। करंट की चपेट में आने के बाद बुरी तरह झुलस गए थे। जिन्हे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन लगातार वृद्ध की हालत बिगड़ती जा रही थी और अंतत दम तोड़ दिया। वृद्ध की मौत के बाद परिजन भड़क गए और कलेक्ट्रेट में नारेबाजी करते हुए शिकायत कर कार्रवाई की बात कही।
सात माह पहले भी एमपीईबी में लिखित शिकायत
परिजनों ने आरोप लगाया है कि पिछले काफी समय से ट्रंासफार्मर की तार खुली थी। 28 दिसंबर 2018 को इसको लेकर शिकायत भी की थी। जिसमें बताया था कि तार टूटी और खुली हुई है। इसके बाद भी एमपीईबी कर्मचारियों ने ध्यान नहीं दिया और खेत में फैले करंट की चपेट में आने से वृद्ध की मौत हो गई।
भीगते बारिश में रखी लाश, पहुंची पुलिस व अफसर
परिजन स्ट्रेचर में लाश रखकर सीधे अस्पताल से कलेक्ट्रेट पहुंच गए। कलेक्ट्रेट में काफी समय तक लाश बाहर रख दी। सूचना मिलते ही एसडीएम सुरेश अग्रवाल, एसआई कुंदन मनेश्वर, आशिमा गौतम, एएसआई रजनीश तिवारी मौके पर पहुंचकर समझाइश दी। जिसके बाद मामला शांत हुआ।
पीएम रिपोर्ट का इंतजार
एमपीईबी के डीई मुकेश सिंह ने कहा कि घटना के बाद मैं मौके पर पहुंचकर जांच की है। अभी पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। घटनास्थल पर किसी तरह का साक्ष्य नहीं मिला है। जांच के बाद कुछ कहा जा सकेगा। लापरवाही हुई है तो कार्रवाई होगी।