दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी का कहना है की सकारात्मक सोच, सकारात्मक ऊर्जा, के साथ-साथ दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो वह कोरोना बीमारी को भी हरा कर विजय का पा सकता है। अब वह कोरोना पीडि़त मरीजों के लिए रोल मॉडल साबित हो रहे हैं। जिला प्रशासन एवं मेडिकल कॉलेज शहडोल के चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ के अभूतपूर्व चिकित्सकीय सेवा भाव से वे स्वस्थ्य हुए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा साबुन या सैनिटाइजर से बार-बार हाथ धोए, अनावश्यक घर से बाहर ना निकले तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें, तभी हम सब मिलकर कोरोना महामारी को हरा सकते हैं।
टीकाकरण कराएं और इम्यूनिटी दवाइयां भी लें
बुजुर्ग दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि हर व्यक्ति के पास सकारात्मक सोच एवं सकारात्मक ऊर्जा का भंडार रहता है। आवश्यकता इस बात की है उसे सही रूप से इस्तेमाल किया जाए। मन में दृढ़ विश्वास हो तो सामान्य कोरोना के मरीज होम आइसोलेशन में रहकर भी शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई मेडिकल किट, रोग प्रतिरोधक काढा का उपयोग कर तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली दवाओं का प्रयोग कर अपने को सुरक्षित कर सकता है। टीकाकरण भी अवश्य कराएं, क्योंकि टीकाकरण ही वह माध्यम है जो आपके सकारात्मक ऊर्जा एवं सकारात्मक सोच को मजबूत करेगा और कोरोना महामारी को भी हरा सकते हैं।