scriptपैनिक प्वाइंट बन रहा शहर का ये मुख्य चौराहा, देखें वीडियो | panic point : this place in city will be a panic point in near future | Patrika News

पैनिक प्वाइंट बन रहा शहर का ये मुख्य चौराहा, देखें वीडियो

locationशाहडोलPublished: Feb 05, 2019 01:28:14 pm

Submitted by:

shivmangal singh

चौराहे पर रोज खुल जाती है नॉनवेज की एक नई दुकान, असामाजिक तत्वों का देर रात तक रहता है जमावड़ा

shahdol

पैनिक प्वाइंट बन रहा शहर का ये मुख्य चौराहा

शहडोल. राजेंद्र टाकीज चौराहा शहर का पैनिक प्वांइट बनता जा रहा है। यहां किसी दिन बड़ी वारदात भी हो सकती है। फुटपाथों पर नॉनवेज की दुकानों पर का कब्जा है। डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के आसपास, पांडवनगर रोड पर और चौराहे से जेल की ओर जाने वाले रोड पर बड़ी संख्या में नानवेज की दुकानें लगने लगीं हैं। जयस्तंभ चौक की ओर जाने वाले रास्ते पर कई नानवेज और अंडे के ठेले लगते हैं। यहां देर रात तक संदिग्ध तत्वों का जमावड़ा रहता है।
देर रात तक जमावड़ा, जाम भी टकराते हैं
मांस की दुकानों के आसपास देर रात तक लोगों का जमावड़ा रहता है। खासकर युवाओं का। इन दुकानों पर ही मीट-मांस के साथ-साथ शराबखोरी भी होती है। चौराहे पर देर रात तक पूरी तरह से अराजक माहौल रहता है। कई बार विवाद की स्थिति बनती है। पुलिस नदारद रहती है। देर रात तक जमे रहने वाले कुछ लोग यहां से निकलने वालों से लिफ्ट के बहाने बेवजह की टोकाटाकी भी करते हैं। स्टेशन से देर रात आने वालों के लिए भी परेशानी का सबब रहता है।
फुटपाथ पर दुकान है पैदल वाले कहां जाएं
चौराहे के सभी फुटपाथों की हालत ये हो जाती है कि वहां से पैदल निकलने वाले लोगों के लिए रास्ता ही नहीं बचता। फुटपाथ पर दुकानों का कब्जा रहता है और सड़क पर वाहनों का। आम आदमी कहां से निकले। सबसे बड़ी आफत महिलाओं के लिए होती है। मुख्य चौराहे पर ऐसी अराजक स्थिति के चलते महिलाओं का निकलना मुश्किल हो जाता है। अतिक्रमण की हालत ये है कि नानवेज का एक ठेला तो ज्वाइंट कमिश्नर जेके जैन के बंग्ले के ठीक सामने लगता है।
वहीं फैलाते हैं गंदगी, कुत्ते हो रहे हिंसक
नॉनवेज के जो ठेले लगते हैं, उनका कचरा भी एसबीआई के सामने और डा. अंबेडकर की प्रतिमा के ठीक पीछे खाली पड़े प्लॉट में फेका जाता है। इससे यहां बदबू और गंदगी तो फैलती ही है साथ में चौराहे पर कुत्तों का जमावड़ा रहता है। ये कुत्ते हिंसक हो रहे हैं। सर्दियों में तो गनीमत है, गर्मियों में ये कुत्ते हिंसक होकर किसी की जान भी ले सकते हैं। अभी ये कुत्ते बाइक और कार वालों के पीछे पड़ जाते हैं। कुछ दिन में कुत्तों का ये जमावड़ा लोगों को पैदल निकलना मुश्किल कर देगा।
काले कांच की गाडिय़ां बैंकों के लिए भी चुनौती
चौराहे पर देर रात तक मांस की दुकानें संचालित रहतीं हैं। इन पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहते हैं। पुलिस यहां से पूरी तरह से नदारद रहती है। डायल 100 का भी पता नहीं रहता। लेकिन इन मांस की दुकानों के आसपास शीशे में काली फिल्म लगी गाडिय़ां जरूर मौजूद रहतीं हैं। इन गाडिय़ों में अंदर क्या हो रहा है, कौन लोग बैठे हुए हैं। इनका इरादा क्या है, किसी को नहीं पता। चौराहे पर आसपास कई बैंक हैं, इनकी सुरक्षा के लिहाज से भी ऐसा माहौल एक बड़ी चुनौती है।


इसकी जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं थी। इन दुकानों में शराब परोसना और रात तक संचालित करना गलत है। इस संबंध में थाना प्रभारी को निर्देश देता हूं, कार्रवाई की जाएगी।
कुमार सौरभ, एसपी शहडोल


फुटपाथ पर अतिक्रमण कर हाथ ठेला और दुकानें संचालित हो रही हैं तो कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारियों को भेजता हूं। गंदगी फैलाने पर जुर्माना की कार्रवाई की जाएगी।
एके तिवारी, सीएमओ नपा शहडोल

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो