शाहडोल

सीधी ट्रेन न होने से गंभीर मरीजों की रहती है आफत

मरीज खाते हैं धक्के, एक्सीडेंटल केस नहीं जा पाते नागपुर

शाहडोलDec 03, 2017 / 03:30 pm

Shahdol online

patients do not suffer from direct train

शहडोल- डॉक्टर्स भी मानते हैं कि नागपुर में इलाज सस्ता और बेहतर है। लेकिन यहां से सीधी ट्रेन न होने के कारण लोग समय पर नागपुर नहीं पहुंच पाते। नागपुर तक जाने के लिए मरीजों को भटकना पड़ता है। इसके अलावा समय व पैसों की बर्बादी भी होती है। क्षेत्र से यदि सीधे नागपुर के लिए ट्रेन चलाई जाए तो क्षेत्र के मरीजों की पीड़ा कम हो सकती है।
गौरतलब है कि जिला अस्पताल और शहर के प्राइवेट संस्थानों में बड़ी संख्या में मरीज गंभीर बीमारियों से ग्रसित आते हैं। कुछ रूटीन वाले मरीज किसी तरह नागपुर तक पहुंचते हैं। इसके लिए मरीजों और उनके परिजनों को खासी मशक्कतें करनी पड़ती हैं। सड़क के माध्यम से निजी वाहन में पैसा लुटाकर या फिर कटनी-बिलासपुर रूट ट्रेन से किसी तरह नागपुर पहुंचते हैं और अपना इलाज कराते हैं। लेकिन एक्सीडेंटल केस में मरीजों को समय पर और बिना परेशानी के नागपुर तक पहुंचाना टेढ़ी खीर साबित होता है। दुर्घटनाओं के समय हेड इंजरी में मरीजों को इतना समय ही नहीं मिलता है कि वह नागपुर तक पहुंच पाएं। हार्ट अटैक और न्यूरोलॉजी के मरीजों को मजबूरन रीवा एवं जबलपुर जाना पड़ता है। डॉक्टर्स भी मानते हैं कि क्षेत्र से नागपुर तक के लिए सीधी ट्रेन अनिवार्य है। संभाग के मानसिक, हृदय, डायबिटीज, सिर पर गंभीर चोटों के सैकड़ों मरीज नागपुर में बेहतर इलाज के लिए जाते हैं।
नागपुर को ही प्राथमिकता देते हैं अधिकतर मरीज
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन एनके सोनी के मुताबिक न्यूरोलॉजी, डायबिटीज, हार्ट से संबंधित ज्यादातर मरीज नागपुर के लिए इलाज कराने जाते हैं। जिला अस्पताल में आने वाले गंभीर बीमारियों के अधिकतर मरीज इलाज के लिए नागपुर को ही प्राथमिकता देते हैं। मरीजों को सीधी ट्रेन की सहुलियत मिलना चाहिए।
रूटीन के मरीज नागपुर जाते हैं
श्रीराम हॉस्पिटल के संचालक विजय दुबे ने कहा यहां पर गंभीर बीमारियों की जांच की उचित व्यवस्था न होने के कारण रूटीन के मरीज नागपुर जाते हैं। ट्रेन की व्यवस्था न होने पर अधिकतर लोग सड़क के माध्यम से निजी वाहन करके नागपुर जाते हैं। इससे समय और पैसों की बर्बादी होती ही है, इसके अलावा परेशानियां भी होती हैं।
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