पत्राचार तक सीमित रहा अस्पताल प्रबंधन
शाहडोल
Updated: June 07, 2022 12:18:18 pm
शहडोल. जिला अस्पताल के मॉड्यूलर आईसीयू में पिछले दो माह से एसी खराब हो जाने के कारण मरीज परेशान हो रहे हैं। वार्ड मेंं गंभीर बीमारी के मारीजों को आईसीयू वार्ड में रखा जा रहा है। जहां कुछ मरीज वेंटिलेटर में भी है।
मॉड्यूलर आईसीयू में दो माह से एसी खराब है। अचानक एसी बंद होते ही मरीजों में घुटन शुरू हो जाती है। समस्या के निराकरण के लिए अस्पताल प्रबंधन ने किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं बनाई है। जिसके कारण वार्ड के अंदर मरीजों का हाल बेहाल है। मरीजों के परिजन कई बार अस्पताल प्रबंधन से समस्या को लेकर अवगत भी कराया है लेकिन इंजीनियर न होने की बात कह कर पल्ला झाड़ लेते हंै। आईसीयू वार्ड होने कारण पंखा भी नहीं लगाया गया है, जिससे समस्या और बढ़ जाती है। बताया गया कि दरवाजा खोलते ही मक्खियां भीतर घुस आती हैं और बंद करने देने पर घुटन लगने लगती है।
गंभीर मरीजों का चल रहा इलाज
आईसीयू वार्ड में गंभीर बीमारी के मरीजों को रख कर इलाज किया जा रहा है। वार्ड में कई ऐसे मरीज भी भर्ती है जिन्हे ऑक्सीजन लगा है तो कुछ मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। वार्ड में पंखा न होने के कारण मरीज व परिजन परेशान होते हैं। कुछ मरीज को एसी बंद होते ही वार्ड के बाहर पहुंच
जाते हैं।
दो महीने से एसी में लगातार आ रही खराबी
मॉड्यूलर आईसीयू वार्ड में बीते दो महीने से एसी बंद हालत में है। जिसको लेकर अस्पताल प्रबंधन लोकल इंजीनियर से रिपेयर करा रहा है लेकिन कुछ दिनों के बाद हालत जस के तस हो जाती है। प्रबंधन का कहना है कि भोपाल स्तर के इंजीनियर के माध्यम से दो वर्ष पहले ऐसी लगाया गया था। जिसे लोकल इंजीनियर ठीक नहीं कर पा रहे हैं। प्रबंधन ने बताया है कि एसी के सुधार कार्य कराने के लिए कुछ दिनों पहले भोपाल पत्र भेजा गया है। पत्र के संबंध में अभी तक कोई जवाब नहीं आया।
इनका कहना है
जब से अस्पताल में मरीज को भर्ती किए तब से गर्मी की समस्या से परेशानी हो रही । कई बार अस्पताल के कर्मचारियों से बोला गया पर कोई सुनने को तैयार नहीं है। तीन दिनों से मरीज को आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है।
तुलसीदास, परिजन।
चार दिनों से अपने मरीज को अस्पताल में भर्ती कराए है लेकिन गर्मी अधिक होने के कारण हालत और बिगड़ती जा रही है। मरीज को सांस लेने में दिक्कत थी इसलिए भर्ती कराया गया है। गर्मी के कारण मरीज की हालत और बिगड़ते जा रही है।
राजेश सिंह, परिजन।
आईसीयू वार्ड में लगे मॉड्यूलर एसी को लोकल इंजीनियर ठीक नहीं कर पा रहे है। कुछ दिनों पहले भोपाल के लिए पत्र लिखा है। अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। दो वर्ष पहले आईसीयू वार्ड में एसी लगाया गया था।
जीएस परिहार, सिविल सजर्नन, जिला अस्पताल, शहडोल।
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