जांच रिपोर्ट सात दिन के भीतर मंगाई है
डीआईजी पीएस उइके से मामले की जांच रिपोर्ट सात दिन के भीतर मंगाई है। पीडि़त युवक ने एसपी और अन्य पुलिसकर्मियों पर भी मारपीट के आरोप लगाए हैं। पीडि़त संदीप के अनुसार, डेढ़ साल पहले घुनघुटी में ही बड़ी मां की लाश जंगल में मिली थी। जांच के नाम पर पुलिस मां, बड़े भाई, पिता, बहन और मुझे काफी समय से परेशान कर रही है। 16 अगस्त वाहन में पुलिस अधिकारी घर पहुंचकर उमरिया ले गए। जहां पर बेरहमी से मारपीट की गई।
अधिकारियों ने सामने बैठाकर बेरहमी से लाठी डण्डों से पिटवाया
पीडि़त ने बताया कि अधिकारियों ने सामने बैठाकर बेरहमी से लाठी डण्डों से पिटवाया। पुलिस की मारपीट से दाया पैर टूट गया और गंभीर चोट आई है। पीडि़त ने बताया कि इलाज के लिए सरकारी अस्पताल गया तो पुलिस का मामला कहकर इलाज नहीं किया गया। किसी तरह निजी अस्पताल पहुंचकर जांच कराई है। पीडि़त ने शिकायत देकर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। आईजी एसपी सिंह ने शिकायत के बाद मामले की जांच के निर्देश डीआईजी को दिए हैं। डीआईजी से सात दिन के भीतर बिंदुवार मामले की रिपोर्ट मांगी है।