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world population day 2019: जिले में बढ़ती जनसंख्या के कारण तथा उसे रोकने के उपाय

locationशाहडोलPublished: Jul 11, 2019 01:29:13 pm

Submitted by:

amaresh singh

पिछले 18 साल में 3.58 लाख पापुलेशन शहडोल में बढ़ी है

Population is increasing rapidly in district

world population day 2019: जिले में बढ़ती जनसंख्या के कारण तथा उसे रोकने के उपाय

शहडोल। विश्व में लगातार बढ़ रही जनसंख्या को देखते हुए 11 जुलाई 1989 से विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस दिन जनसंख्या बढऩे से क्या-क्या दुष्परिणाम होते हैं। उसे बताया जाता है। साथ ही जनसंख्या रोकने के लिए विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला जाता है। जिले की जनसंख्या में हर साल इजाफा हो रहा है। लगातार जनसंख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। पिछले 18 साल में 3.58 लाख पापुलेशन शहडोल में बढ़ी है। बढ़ती जनसंख्या के चलते वाहनों में भी इजाफा हुआ है। बढ़ते वाहनों से प्रदूषण का स्तर भी शहडोल में हर दिन बढ़ते ही जा रहा है। इन 18 सालों में कारोबार में भी जमकर उछाल आया है लेकिन 10 हजार करोड़ हर साल रिटेल के कारोबार को पार करने वाला शहडोल अभी भी कई सुविधाओं में पीछे है। बढ़ती जनसंख्या के बीच ये सुविधाएं शहडोल के लिए बेहद महत्वपूर्ण बनती जा रही हैं। स्थानीय उद्योगों के साथ एयर सुविधाओं की लंबे समय से शहडोल में दरकार है।

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कम उम्र से बच्चे पैदा होने लगते हैं
आज भी कई ऐसे पिछड़े इलाके व गांव हैं, जहां बाल विवाह की परंपरा प्रचलित है जिसके कारण कम उम्र से ही बच्चे पैदा होने शुरू हो जाते हैं, फलस्वरूप अधिक बच्चे पैदा होते हैं। शिक्षा का अभाव जनसंख्या वृद्धि की एक बड़ी वजह है।रूढि़वादी सोच और पुरुष-प्रधान समाज में लड़के की चाह में लोग कई बच्चे पैदा कर लेते हैं।आज भी कई ऐसी जगहें हैं, जहां बड़े-बुजुर्गों की ऐसी सोच होती है कि यदि उनकी पुश्तैनी धन-संपत्ति अधिक है, तो उसे आगे बढ़ाने और संभालने के लिए ज्यादा लड़के पैदा किए जाएं। कई मामलों में शादीशुदा जोड़ों पर बच्चे पैदा करने का दबाव तक बनाया जाता है। परिवार नियोजन के महत्व को समझाए बगैर ही युवाओं की शादी कर देना भी एक मुख्य कारण है। इस तरह की बातों पर आज भी घर-परिवारों में चर्चा करना गलत समझा जाता है और बिना अपने युवा बच्चों को संबंधों और उनके परिणामों के बारे में बताए बगैर ही सीधे उनकी शादी कर दी जाती है। ऐसे में कई मामलों में लोग अज्ञानतावश ही बच्चे पैदा कर बैठते हैं। आज भी लड़कियों को गर्भ निरोधक के उपाय संबंधित जानकारी शादी के पहले नहीं दी जाती है और कई मामलों में शादी के बाद भी कैसे अनचाहे गर्भ से बचें, उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं होती है। गरीबी भी जनसंख्या बढऩे का मूल कारण है।

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जनसंख्या बढ़ी तो पांच गुना बढ़े वाहन, प्रदूषण भी बढ़ा
परिवहन विभाग की मानें तो पिछले 18 साल के भीतर वाहनों की संख्या में पांच गुना इजाफा हुआ है। इससे प्रदूषण का स्तर भी बढ़ा है। हर साल 30 हजार से ज्यादा सिर्फ बाइकों की बिक्री शहडोल में हो रही है। तीन हजार कार हर साल लोग खरीद रहे हैं। बढ़ती जनसंख्या का असर प्रदूषण में भी देखने को मिल रहा है।

इस तरह रूक सकती है जनसंख्या
घर-घर तक पहुंचकर लोगों को जनसंख्या रोकने के तरीके व विकल्प बताएं। युवाओं का 25-30 की उम्र से पहले विवाह न करें और 2 बच्चों के बीच कम से कम 5 साल का अंतर रखने की वजह समझाएं। जनसंख्या वृद्धि की रोकथाम के लिए इसे सामाजिक और धार्मिक स्तर पर जोड़ें। अधिक बच्चे पैदा करने वालों का सामाजिक स्तर पर बहिष्कार करें, क्योंकि दूसरे भी यदि ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं, तो इसका असर आपके बच्चों के भविष्य पर भी पड़ेगा।

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