कोविड स्टॉफ भी बाहर
प्रबंधन द्वारा निर्णय लिया गया था कि कोविड स्टॉफ की मदद से 10 बेड का एसएनसीयू वार्ड और अस्पताल प्रारंभ किया जाएगा। इस बीच कोविड के लगभग 51 नर्सिंग स्टॉफ को बाहर कर दिया गया। जिसके बाद अब 36 नर्सिंग स्टॉफ ही बचा हुआ है जिनकी ड्यूटी कोरोना वार्ड में लगी है। ऐसे में प्रबंधन की इस मंशा पर पानी फिर गया और तैयारी के बाद भी एसएनसीयू और अस्पताल प्रारंभ नहीं हो पाया।
200 नर्सिंग स्टॉफ की आवश्यक्ता
मेडिकल कॉलेज में अस्पताल प्रारंभ करने के लिए फिलहाल 200 नर्सिंग स्टॉफ की आवश्यक्ता है। जबकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के पास एक भी रेगुलर स्टॉफ फिलहाल नहीं है। जिसके चलते अस्पताल प्रारंभ नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है व्यापम के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया चल रही है। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अस्पताल प्रारंभ हो सकेगा।
एसएनसीयू : 8 डॉक्टर, 30 नर्सिंग स्टाफ की आवश्यकता
मेडिकल कॉलेज में एसएनसीयू वार्ड के विधिवत संचालन व क्लॉक वाइज ड्यूटी के लिए 8 डॉक्टर, 4 सीनियर रेसीडेंस व 8 जूनियर रेसीडेंस की आवश्यक्ता है। जिसमें से प्रंबंधन के पास दो चिकित्सक व 4 जूनियर रेसीडेंट उपलब्ध है। वहीं जूनियर रेसीडेंट के सभी पद खाली है। वैसे मेडिकल कॅलेज में सीनियर रेसीडेंट के 8 पद स्वीकृत है जिसकी जगह 4 ही भरे हुए हैं। वहीं जूनियर रेसीडेंट के 10 पद स्वीकृत हैं जिसके पदों की भरपाई नहीं हो पाई है। जिसकी वजह आगामी दिनो में होने वाली परीक्षा की तैयारी को बताया जा रहा है।
इनका कहना है
अस्पताल और एसएनसीयू वार्ड प्रारंभ करने की पूरी तैयारी हो चुकी है। जनवरी माह में प्रारंभ होना था लेकिन नर्सिंग स्टॉफ की कमी की वजह से प्रारंभ नहीं हो पाया। भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हैं स्टॉफ आते ही इन्हे प्रारंभ किया जाएगा।
नागेन्द्र सिंह, अधीक्षक मेडिकल कॉलेज शहडोल