जनप्रतिनिधियों ने साध रखी है चुप्पी
पिछले एक साल से लोकल ट्रेनों को रद्द करके एसी व लम्बी दूरी की टे्रनों को नियमित चलाया जा रहा है। जबकि लंबी दूरी की एसी रेलगाडिय़ों में ज्यादा यात्री भी नहीं रहते औ र अक्सर खाली ही रहती है। लोकल ट्रेनों से छोटे व्यापारी व दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी होती है। दिल्ली व भोपाल जाने वाले जनप्रतिनिधियों को कोई परेशानी नहीं होती। इसलिए शायद उन्होने चुप्पी साध रखी है।
सलीम खान, संभागीय अध्यक्ष, रेल यात्री संघ।
जनसमूह की दिखानी होगी ताकत
एक समय वह था जब जनता के डर से कभी भी कोई यात्री ट्रेन रद्द नहीं होती थी। लोग ज्ञापन भी सौंपते थे तो उनकी मांगे पूरी होती थी, मगर वर्तमान में ट्रेनों को रद्द करने की परंपरा ही बनती जा रही है और मालगाडिय़ों के चलाने का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। इसलिए अब राजनीतिक दल से उपर उठकर रेल प्रशासन को हम सबको जन समूह की ताकत दिखाने का वक्त आ गया है।
राजेश्वर उदानिया, समाजसेवक, शहडोल
हम लाठी-डंडों व गिरफ्तारी से नहीं डरते
आदिवासी अंचल में जिस प्रकार ट्रेनों को रद्द करके रेलयात्रियों को परेशान किया जा रहा है, उससे तो यही प्रतीत होता है कि इस अंचल में सक्षम नेतृत्व की कमी है। इतिहास साक्षी है कि रेल समस्याओं के समाधान के लिए इसी अंचल के सैकड़ों लोगों ने पुलिस प्रशासन की लाठियां खाई है और जेल भी गए है। हम भी लाठी-डंडो से नहीं डरते और आंदोलन में हम पूरा साथ देंगे।
कृष्णचन्द्र चतुर्वेदी, वरिष्ठ कांग्रेसी, शहडोल
रेलवे की बैठक में उठाउंगा सारे मुद्दे
ट्रेनों को रद्द करना आदिवासी अंचल की जनता से जुड़ा ज्वलंत मुद्दा है। मैं इस मुद्दे को आगामी 20 व 21 अगस्त को बिलासपुर में होने वाली मंडल स्तरीय बैठक में उठाउंगा। हालांकि बिजली घरों तक कोयला पहुंचाना रेलवे की प्राथमिकता में शामिल है। इसीलिए ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है, मगर यह समस्या विकट हो गई है और इसका समाधान जरूरी है।
संतोष लोहानी, सदस्य, रेलवे सलाहकार समिति।
बेलगाम हो गया है रेल प्रशासन
रेलवे के विकास और सुधार कार्य के नाम पर ट्रेनों को रद्द करना अब क्षेत्र की जनता के लिए सिरदर्द बन गया है। इसके लिए जागरूक यात्री कई बार रेल प्रशासन को ज्ञापन सौंप चुके है, मगर रेल प्रशासन कोई तबज्जो नहीं दे रहा है और वह बेलगाम होकर मनमानी पर उतारू हो गया है। क्षेत्र की जनता व जनप्रतिनिधियों की चुप्पी का पूरा फायदा रेल प्रशासन उठा रहा है।
अखिलेश शर्मा, दैनिक रेल यात्री, शहडोल
सांसद हिमाद्री ङ्क्षसह ने रेलमंत्री को लिखा पत्र
शहडोल. संसदीय क्षेत्र की सांसद हिमाद्री सिंह ने गत दिवस भारत सरकार के रेल मंत्री को पत्र लिखकर जहां एक ओर बिलासपुर एवं जबलपुर रेलवे जोन की रद्द अनेक रेलगाडिय़ों को निर्वाध तरीके से संचालित किए जाने की मांग की है। वही दूसरी ओर कटनी-शहडोल रेल मार्ग से नागपुर के लिए सुपर फास्ट ट्रेन चलाने की मांग की है। साथ ही बरौनी-गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस का बिरसिंहपुर पाली में स्टापेज दिए जाने की मांग को प्राथमिकता देने को कहा है।