शाहडोलPublished: Aug 17, 2021 12:34:15 pm
Ramashankar mishra
संभाग के लगभग 25 हजार छात्रों को नहीं लगाना पड़ेगा रीवा के चक्करउच्च शिक्षा मंत्री ने दी स्वीकृति, जल्द शुरू होगी प्रक्रिया
छात्रों को राहत : पं. एसएन शुक्ल यूनिवर्सिटी से जुड़ेंगे संभाग के शासकीय व निजी कॉलेज
शहडोल. संभाग के महाविद्यालयों में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए राहत की खबर है। जल्द ही संभाग के सभी शासकीय और निजी महाविद्यालय पं. एसएन शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे। जिसके लिए उच्चशिक्षा मंत्री मोहन यादव ने सहमति प्रदान कर दी है। जल्द ही इसके लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी। पं. एसएन शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश तिवारी ने सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव से भोपाल में मुलाकात कर उनके द्वारा लिए गए इस निर्णय पर आभार व्यक्त करते हुए विवि की प्रगति के संबंध में विस्तार से बताया। कुलपति प्रो. मुकेश तिवारी ने बताया कि उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा शहडोल, उमरिया और अनूपपुर के सभी महाविद्यालयों को पं. एसएन शुक्ल विवि से संबद्ध करने का निर्णय लिया है। जिसके लिए जल्द ही प्रक्रिया ही प्रारंभ कर दी जाएगी। इससे संभाग के हजारों छात्रों को काफी राहत मिलेगी।
विवि में खुलेगा बीएससी एजी ऑनर्स कोर्स
कुलपति प्रो. मुकेश तिवारी ने बताया कि उच्चशिक्षा मंत्री से मुलाकात के दौरान विवि में संचालित पाठ्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान उन्होने कृषि क्षेत्र से जुड़े पाठ्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए। जिसके परिपालन में विश्वविद्यालय में बीएएसी एजी ऑनर्स कोर्स संचालित किया जाएगा।
शासकीय व निजी कॉलेजों को राहत
शहडोल संभाग के 18 शासकीय महाविद्यालय संचालित है। जिसमें शहडोल में 7, अनूपपुर में 7 और उमरिया में 4 शासकीय महाविद्यालय शामिल है। इसके अलावा अन्य निजी कॉलेज भी संचालित हो रहे हैं। उक्त महाविद्यालय अभी अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा से संबद्ध हैं। जिसके चलते किसी भी काम के लिए छात्र-छात्राओं के साथ ही महाविद्यालयीन स्टाफ को भी रीवा के चक्कर काटने पड़ रहे थे। अब जब संभाग के सभी महाविद्यालयों को पं. एसएन शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध करने निर्णय लिया गया है तो महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं के साथ ही स्टाफ को छोटे-छोटे कामों के लिए रीवा के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। पं. एसएन शुक्ल विवि से सभी महाविद्यालयों के संबद्ध हो जाने से संभाग के लगभग 25 हजार से अधिक छात्रों को राहत मिलेगी।