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बारिश में टपक रही छत, दीवारों में पड़ चुकी हैं दरारे, फिर भी बैठ रहे बच्चे

locationशाहडोलPublished: Oct 05, 2019 08:12:48 pm

Submitted by:

amaresh singh

सीलन भरे कमरे में बैठने को मजबूर बच्चे

Roof dripping in rain

बारिश में टपक रही छत, दीवारों में पड़ चुकी हैं दरारे, फिर भी बैठ रहे बच्चे

शहडोल। शासन आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को पौष्टिक भोजन देने के साथ उनको हर सुविधा उपलब्ध कराने की बात कहता है लेकिन शहर के वार्ड नंबर 5 में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र एक छोटे से सीलन भरे कमरे में चल रहा है। दोपहर करीब 12.15 बजे जब कमरे का निरीक्षण किया गया तो यह नजारा सामने आया। कमरे में न तो खिड़की है और न ही कोई रोशनदान।


कमरे में घुटन महसूस होने लगती है
कमरे के अंदर घुसने पर घुटन महसूस होने लगती है। बारिश में छत टपक रहा है। दीवारों में दरारे पड़ चुकी है फिर भी बच्चे कमरे में बैठ रहे हैं। कमरे में प्रकाश की व्यवस्था नहीं होने से बच्चे बीमार हो सकते हैं। इस छोटे से कमरे में ४० बच्चों के बैठने की व्यवस्था है।


कमरे में नहीं है किचन
कमरे में कोई किचन भी नहीं है। कमरे के बगल में ही गंदे बर्तनों को धोया जाता है। इसलिए कमरे में हर समय बदबू फैला रहता है। कमरे में चूहे चारों तरफ दौड़ते नजर आते हैं। कमरे में राशन की जो बोरिया रखी हुई है, उसे चूहों ने कूतर डाला है। आंगनबाड़ी का यह केन्द्र किराए के कमरे में चल रहा है। जबकि शासन का निर्देश है कि आंगनबाड़ी खुद के भवन में चलाया जाए। आंगनबाड़ी केन्द्र की सहायिका आशा बंसल ने कहा कि दूसरी जगह कमरा उपलब्ध कराने के लिए पार्षद से बात किया गया है। यहां से आंगनबाड़ी केन्द्र हटाया जाएगा।

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