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एक दर्जन खनन माफियाओं पर भारी पड़ी लेडी अफसर, बोली जान दे देंगे पर वाहन नहीं छोड़ेंगे

locationशाहडोलPublished: Oct 17, 2019 11:20:56 am

Submitted by:

shubham singh

खनन रोकने पहुंची महिला अधिकारी को माफियाओं ने घेरा, वनकर्मियों से झड़प, ट्रैक्टर छुड़ाने का भी प्रयास

Sand Mining: interesting story of dabang Lady officer in shahdol

Sand Mining

शहडोल। संभाग में अवैध खनन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बेखौफ खनन माफिया लगातार नदियों को छलनी कर रहे हंै। अवैध खनन की सूचना पर कार्रवाई के लिए पहुंची गोहपारू महिला रेंजर को माफियाओं के लोगों ने घेर लिया। यहां पर वनकर्मियों से झड़प करते हुए जान से खत्म करने की धमकी दी। इतना ही नहीं, वन विभाग की टीम द्वारा जब्त ट्रैक्टर को छुड़ाने का प्रयास भी किया। वन विभाग गोहपारू की रेंजर पुष्पा सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई मंगलवार की अलसुबह लगभग पांच बजे के आसपास की है। गोहपारू के देवरी और धनगवां की सोन नदी में अवैध खनन की सूचना पर गोहपारू वन विभाग की टीम कार्रवाई के लिए गई हुई थी। यहां पर बड़े स्तर पर खनन हो रहा था। वन विभाग की टीम को देखते ही माफिया वाहन सहित भाग निकले। इस दौरान टीम ने नत्थूलाल गुप्ता का एक ट्रैक्टर एमपी 18 एबी 1741 को जब्त किया था। जब्त करके वाहन को ला रहे थे तभी आधा दर्जन से ज्यादा लोग रास्ते में घेर लिए और झड़प की।
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IMAGE CREDIT: patrika
40 मिनट तक झड़प, वनकर्मियों को पकड़कर वाहन से उतारा
गोहपारू वन विभाग द्वारा बुढ़ार पुलिस को पत्र भी लिखा है। जिसमें बताया है कि वाहन लाते वक्त रास्ते में वाहन मालिक और कुछ माफियाओं ने 40 मिनट तक घेर लिया था। जब्त वाहन में मौजूद वनकर्मी अश्विनी द्विवेदी को पकड़कर नीचे उतार दिया था। इसके बाद रेंजर खुद वाहन में बैठ गई। वन विभाग ने पत्र भेजकर शासकीय कार्य में बाधा डालने पर नत्थूलाल, कृष्णा, भूरा यादव, कद्दू साहू, प्रताप सिंह गोड़, खिलाड़ी यादव, आनंदिका यादव और आरजू खान निवासी शहडोल सहित अन्य 6 व्यक्तियों पर कार्रवाई की बात कही है। अधिकारियोंं के अनुसार, आरजू खान द्वारा लंबे समय से यहां पर खनन कराया जा रहा था।
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निजी वाहन से रूट बदलकर गई टीम, दो बार बदला वाहन
बताया गया कि लगातार इस क्षेत्र में खनन की सूचना मिल रही थी। कार्रवाई से पहले ही भनक लग जाती थी। इसके चलते गोहपारू वन विभाग की टीम निजी वाहन से कार्रवाई के लिए रूट बदलकर गई। इसके बाद भी माफियाओं को भनक लग गई। बाद में कुछ दूरी के बाद दोबारा वाहन को बदला और कार्रवाई की।
बड़े अधिकारियों की भूमिका, माफियाओं को अभयदान
संभाग के तीनों जिलों में बड़े स्तर पर अवैध खनन हो रहा है। शहडोल, उमरिया और अनूपपुर में सोन के अलावा अन्य नदियों में खनन में बड़े अधिकारियों की भी भूमिका है। रात होते ही बड़ी मशीनों से खनन कराया जाता है। जयसिंहनगर से सटे मसीरा में तो खनन कंपनी ने नदी के भीतर से खनन करते हुए धार ही बदल दी है। इसी तरह बुड़वा, सुखाड़, धनगवां, बटली, नरवार, कुअरसेजा, नवलपुर, श्यामडीह में बड़े स्तर पर खनन हो रहा है।
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अवैध खनन की सूचना पर कार्रवाई के लिए वन विभाग की टीम गई थी। देवरी में खनन कराने वाले लोगों ने वाहन को घेर लिया था। 40 मिनट तक झड़प हुई। वनकर्मी को भी वाहन से पकड़कर उतारा और वाहन छुड़ाने का प्रयास किया। आरोपी जान से मारने की धमकी दे रहे थे। पुलिस को पत्र लिखा है।
पुष्पा सिंह, रेंजर गोहपारू
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