निजी स्कूलों में बच्चे हो रहे परेशान
शहर में संचालित निजी स्कूलों में छोटी क्लास के बच्चों के बस्ते की बोझ इतनी ज्यादा होती है कि वह स्कूल आने-जाने में थकावट महसूस करते है। बच्चें को कमर दर्द की शिकायत भी आनी शुरू हो गई है।
सचिव ने विभागीय अधिकारियों को दिए निर्देश
शाहडोल
Updated: July 07, 2022 12:25:03 pm
शहडोल. छोटे बच्चों द्वारा भारी स्कूल बस्तों को ढोना चिंता का विषय है और इस समस्या का पूर्णकालिक समाधान निकाला जाना आवश्यक है। केन्द्र सरकार ने बच्चों के स्कूली बस्ते के संबंध में 24 नवम्बर 2020 को दिशा निर्देश दिए हैं इन दिशा निर्देशों का जिले के समस्त स्कूल कड़ाई से पालन करें। यह निर्देश जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव निशा विश्वकर्मा ने शिक्षा विभाग को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में बच्चों के सर्वांगीण विकास के विषय पर आयोजित बैठक में दिए। बैठक का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शहडोल के अध्यक्ष तथा प्रधान जिला न्यायाधीश वीरेन्द्र प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव निशा विश्वकर्मा ने की, बैठक में सहायक संचालक शिक्षा विभाग बीडी पाठक एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी अमित शर्मा उपस्थित रहे। न्यायाधीश निशा विश्वकर्मा ने कहा कि यदि किसी अभिभावक के समक्ष यह समस्या आती है तो वह जन उपयोगी सेवाओं की स्थाई लोक अदालत के समक्ष कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में आवेदन कर सकता है। ऐसे अभिभावकों का नाम गोपनीय रखा जाएगा तथा ऐसी शिकायत के संबंध में संबंधित विद्यालय एवं शिक्षा विभाग से जवाब मांगा जाएगा। सहायक संचालक बीडी पाठक ने शाला त्यागी बच्चों के संबंध में शासन से की जा रही कार्यवाही एवं योजनाओं से न्यायाधीश को अवगत कराया।
निजी स्कूलों में बच्चे हो रहे परेशान
शहर में संचालित निजी स्कूलों में छोटी क्लास के बच्चों के बस्ते की बोझ इतनी ज्यादा होती है कि वह स्कूल आने-जाने में थकावट महसूस करते है। बच्चें को कमर दर्द की शिकायत भी आनी शुरू हो गई है।
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