शाहडोलPublished: Jul 03, 2020 10:02:05 pm
Ramashankar mishra
पशुओं का इलाज कर स्वस्थ्य होने तक करते है देखभाल गौ सेवकों की टीम पूरे जिले से करती है रेस्क्यू
बीमार व दुर्घटनाग्रस्त जानवरों की हो रही थी मौत, इंजीनियरिंग के छात्रों ने तैयार किया यह स्ट्रक्चर
शहडोल. बीमार व दुर्घटनाग्रस्त पशुओं का रेस्क्यू कर अटल कामधेनू गौ सेवा संस्थान मे लाकर उनका इलाज व सेवा की जा रही है। ऐसे जानवर जो किसी ने किसी कारण से अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पाते उनके लिए बेडसोर जानलेवा साबित हो रहा था। जिसे देखते हुए गौ सेवा में जुटे इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने हैंगिग स्टे्रचर का मॉडल तैयार किया। अब वही मॉडल जानवरों को आसानी से खड़े करने में कारगर साबित हो रहा है। इंजीनियरिंग के छात्रों द्वारा तैयार किए गए मॉडल से हैंगिंग स्ट्रेचर बनवाकर उसका समुचित उपयोग किया जा रहा है।
लकड़ी व प्लास्टिक के बोरी से प्रयोग
बेडसोर से लगातार हो रही जानवरों की मौत को देखते हुए इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र उत्कर्ष सिंह, अनुराग, अर्पित सिंह, हर्षित सोंधिया ने हैंगिग स्ट्रेचर का मॉडल तैयार किया। पहले तो उन्होने लकड़ी व प्लास्टिक की बोरी से हैंगिंग स्ट्रेचर तैयार कर उसका उपयोग किया। उनका यह प्रयोग काफी सार्थक साबित हुआ और जानवरों को आसानी से खड़े करने में मदद मिलने लगी। जिसे देखते हुए अब गौ सेवा संस्थान के सदस्यों ने सबके सहयोग से लगभग 21 हजार रुपए से लोहे का स्ट्रक्चर तैयार करा लिया है।
डॉक्टर भी नहीं बचा पा रहे थे
बीमार व दुर्घटनाग्रस्त व कमजोर पशु अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पाते थे। जमीन पर लेटे-लेटे व बेडसोर बीमारी से ग्रसित हो जाते थे। जिसके बाद डॉक्टर भी हाथ खड़े कर लेते थे। हैंगिंग स्टे्रचर की मदद से जानवरों को खड़ा कर उनके पैरों में मालिश व समुचित इलाज मुहैया कराकर उन्हे बचाने के हर संभव प्रयास गौ सेवकों द्वारा किए जा रहे हैं।