शुक्रवार रात में आयोजित बैठक में प्रशासन द्वारा सूचना देने के बाद भी ट्रस्ट की दुकानों और जमीनों पर काबिज लगभग 40 से अधिक दुकानदार बैठक में नहीं पहुंचे। इस दौरान सिर्फ दो दुकानदार बैठक में पहुंचे।
गौरतलब है कि ट्रस्ट की जमीन पर दुकानदारों द्वारा अवैध निर्माण कराया गया है, और औने पौने दर पर किराया ट्रस्ट को दिया जा रहा है। बताया गया है दुकानदार अभी न्यूनतम ३०० रुपए किराया दे रहे हैं। अब प्रशासन इस मामले में सख्त हो गया है और किराया बढ़ाने की तैयारी करने का संकेत प्रशासन ने दिए हैं। वहीं अनाधिकृत रूप से किए गए ट्रस्ट की जमीन पर कब्जे के मामले में प्रशासन लगभग ४० से अधिक दुकानदारों को नोटिस जारी करने का फैसला भी लिया है। प्रशासन द्वारा आयोजित गुरूवार की बैठक के बाद व्यापारियों में खलबली सी मच गई है।
नहीं पहुंचे किराएदार
ट्रस्ट की स्वतंत्र समिति के बैठक में मोहनराम मंदिर के 44 किराएदारों को बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया था, लेकिन इस दौरान सिर्फ दो व्यपारी ही बैठक में शामिल हुए। इस दौरान बैठक में
एसडीएम लोकेश जांगीड़, तहसीलदार मनोज चौरसिया, एडवोकेट रमेश त्रिपाठी, मंदिर के पुजारी लवकुश शास्त्री, आरआई ललित धार्वे, मनोज सोनी, त्रिलोकीनाथ गर्ग रामअवतार गुप्ता, हरिप्रसाद पाण्डेय उपस्थित रहे।
ट्रस्ट की स्वतंत्र समिति के बैठक में मोहनराम मंदिर के 44 किराएदारों को बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया था, लेकिन इस दौरान सिर्फ दो व्यपारी ही बैठक में शामिल हुए। इस दौरान बैठक में
एसडीएम लोकेश जांगीड़, तहसीलदार मनोज चौरसिया, एडवोकेट रमेश त्रिपाठी, मंदिर के पुजारी लवकुश शास्त्री, आरआई ललित धार्वे, मनोज सोनी, त्रिलोकीनाथ गर्ग रामअवतार गुप्ता, हरिप्रसाद पाण्डेय उपस्थित रहे।