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चुनिया खोल्हाड़ निवासी धर्मेंद्र के पिता सीतेश पटेल ने वर्ष 2010 से सब्जी की खेती को अपनाया था। 2013-14 से कलिंदर और तरबूज की खेती शुरू कर दी। इससे होने वाली आय के दम पर दोनों बेटों को पढ़ाया-लिखाया। बड़े बेटे धर्मेंद्र ने भोपाल से एम.टेक किया। चार बार गेट परीक्षा भी पास की। फिर लॉकडाउन लगा तो गांव की ओर रुख किया और खेती को आय का जरिया बनाया।
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मध्यप्रदेश 2.0
अनलॉक के साथ ही पत्रिका ग्रामीण और कृषि अर्थ व्यवसथा को कसे विकसित किया जा सकता है, यह सब सुझाने और इन मुद्दों पर नेतृत्व करने के लिए मिशन मध्यप्रदेश 2.0 (mission patrika madhya pradesh 2.0) फिर शुरू करने जा रहा है। इस मिशन में पत्रिका के 500 से ज्यादा रिपोर्टर्स और ग्रामीण संवाददाता ग्राउंड जीरो से तथ्यात्मक खबरें देंगे। इसमें हम बताएंगे कि कैसे पढ़े-लिखे युवा भी खेती में नवाचार कर खुद के साथ अपने गांव-कस्बों को मजबूत बना रहे हैं। इनमें वरिष्ठ किसानों के अनुभव भी होंगे। विशेषज्ञों की राय होगी और आधिकारिक पक्ष भी।