इसलिए फरवरी तक बच्चों की अच्छी देखभाल बहुत जरूरी है। बच्चों में थोड़ा भी बदलाव देखने पर तत्काल डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा खुद से दवाईया न देकर डॉक्टर से मिलना चाहिए। न्यूबोर्न: कंगारू केयर से स्वस्थ रहेगा बच्चा
– पूरे समय रूम गर्म हो और सिर में टोपी व पैरों में मोजे जरूर पहनाकर रखें
– मासूम बिस्तर गीला करता है तो तुरंत बदलना चाहिए।
– बार-बार स्तनपान कराते रहें और अधिक समय तक छाती से लगाकर रखें।
– कंगारू मदर केयर (केएमसी) के माध्यम से फीड कराएं।
– पूरे समय रूम गर्म हो और सिर में टोपी व पैरों में मोजे जरूर पहनाकर रखें
– मासूम बिस्तर गीला करता है तो तुरंत बदलना चाहिए।
– बार-बार स्तनपान कराते रहें और अधिक समय तक छाती से लगाकर रखें।
– कंगारू मदर केयर (केएमसी) के माध्यम से फीड कराएं।
प्री स्कूल: सामान्य बुखार को न करें नजरअंदाज
– सुबह उठते ही बच्चे को नहलाएं नहीं, तापमान स्थिर नहीं रह पाता है।
– गर्म और ठण्डा पानी मिलाकर नहीं नहलाना चाहिए, ये खतरनाक है।
– कॉमन फ्लू में अनदेखी से तुरंत निमोनिया और कई वायरल हो सकता है।
– बाहर के खाने पर परहेज रखें और रात के वक्त ठण्डा न खाने दें।
– सुबह उठते ही बच्चे को नहलाएं नहीं, तापमान स्थिर नहीं रह पाता है।
– गर्म और ठण्डा पानी मिलाकर नहीं नहलाना चाहिए, ये खतरनाक है।
– कॉमन फ्लू में अनदेखी से तुरंत निमोनिया और कई वायरल हो सकता है।
– बाहर के खाने पर परहेज रखें और रात के वक्त ठण्डा न खाने दें।
वैक्सीनेशन बच्चों के लिए बेहद जरूरी
चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ सुनील हथगेल के अनुसार आने वाले दो माह विंटर सीजन तक बच्चों की परवरिश में ध्यान जरूरी है। कॉमन फ्लू को पहले बेहद सामान्य लिया जाता है लेकिन यह निमोनिया और कई बीमारियों की वजह बनता है। बच्चों का टीकाकरण बेहद जरूरी है। पैटावैलेन सहित सभी वैक्सीनेशन कराना चाहिए। जरूरत पडऩे पर ओआरएस भी लेना चाहिए। तापमान नियंत्रित करना बच्चों में चुनौती है। तापमान कंट्रोल करके बच्चों को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है।
चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ सुनील हथगेल के अनुसार आने वाले दो माह विंटर सीजन तक बच्चों की परवरिश में ध्यान जरूरी है। कॉमन फ्लू को पहले बेहद सामान्य लिया जाता है लेकिन यह निमोनिया और कई बीमारियों की वजह बनता है। बच्चों का टीकाकरण बेहद जरूरी है। पैटावैलेन सहित सभी वैक्सीनेशन कराना चाहिए। जरूरत पडऩे पर ओआरएस भी लेना चाहिए। तापमान नियंत्रित करना बच्चों में चुनौती है। तापमान कंट्रोल करके बच्चों को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है।