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खतरे के निशान तक जल भराव होने के पहले ही खोल दिए गए बाणसागर डेम के दस गेट

locationशाहडोलPublished: Sep 13, 2019 09:06:15 pm

Submitted by:

brijesh sirmour

एक साल बाद फिर दिखा बाणसागर डेम के दस गेट से पानी निकासी का नजारा

Ten gates of Bansagar Dame opened even before waterlogging up to danger mark

Ten gates of Bansagar Dame opened even before waterlogging up to danger mark

शहडोल/बाणसागर. जिले में पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश की वजह से बाणसागर डेम का जल स्तर लगातार बढ़ता गया। शुक्रवार को हालात इतने ज्यादा बढ़ गए कि सुबह आठ बजे अलार्म बजाकर डेम के दस गेटों को खोलने की नौबत आ गई। शुक्रवार को सुबह आठ बजे बाणसागर डेम में 341.42 मीटर जल का भराव हो गया था और बांध में पांच हजार क्यूमेक्स पानी आ रहा था। जबकि डेम में जल के भराव की अधिकतम क्षमता 341.64 है, मगर 22 सेन्टीमीटर डेम खाली रहने के बाद भी दस गेट खोल दिए गए। बताया गया है कि डेम में शुक्रवार को सुबह आठ बजे डेम में जब 94.55 प्रतिशत बारिश के जल का भराव हुआ, तब दस गेटों को दो-दो मीटर खोल दिए गए और करीब चार हजार क्यूमेक्स ज्यादा पानी नदी में छोड़ा गया। इस प्रकार यह नजारा एक साल बाद फिर देखने को मिला। गौरतलब है कि बाणसागर बांध सोन नदी पर बना हुआ है और इसमें सोन नदी, जोहिला नदी, महानदी और उमरार नदी का पानी आता है। पिछले वर्ष आठ सितम्बर को पूरे अठ्ठारह गेट खोल गए थे और जल स्तर घटने पर दोपहर बाद चार गेट बंद भी कर दिए गए थे। बताया गया है कि जल स्तर बढऩे की संभावना के मद्देनजर शुक्रवार को सुबह आठ बजे डेम के दस गेट दो-दो मीटर तक खोल दिए गए। इसके बाद सुबह नौ बजे बांध का जल स्तर एक सेन्टीमीटर और बढ़ गया, मगर दस बजे के बाद जल स्तर घटना शुरू हो गया और दोपहर तीन बजे तक डेम का जल स्तर 341.39 मीटर हो गया।
गेट खोलते समय जल संसाधन विभाग पक्ेका बांध मंडल के अधीक्षण यंत्री बीके शर्मा, पक्का बांध संभाग के कार्यपालन यंत्री एएन शर्मा, हैवी मशीन व वर्कशाप के कार्यपालन यंत्री आरएन मिश्रा, एसडीओ रंजीत शाह, करण सिंह, एके वशिष्ट, उपयंत्री महेन्द्र सिंह, रामप्रताप मिश्र, राजेश्वरीय चतुर्वेदी और सुखनंदन चतुर्वेदी हरीश सिंह सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे। इसके अलावा देवलोंद थाना प्रभारी विजय सिंह भी विभागीय अधिकारियों एवं क्षेत्र के नागरिकों से सतत सम्पर्क बनाए रखा।
गेेट खोलने पहले किए गए सुरक्षा के उपाय
बताया गया है कि गेट खोलने के पूर्व ही प्रशासन द्वारा सुरक्षा के सारे उपाय कर लिए गए थे। साथ ही आसपास के लोगों को अलर्ट कर डेम के आसपास व नदी के जल भराव के किनारों के पहले ही लोगों का आवागमन रोक दिया गया। बांध के निचले स्तर पर नदी के किनारे सतना, शहडोल, सीधी और रीवा जिले के कई गांव पड़ते है। इसके मद्देनजर बाणसागर प्रबंधन ने गुरूवार की रात को ही चारों जिलों के कलेक्टरों को गेट खोलने की जानकारी देकर अलर्ट कर दिया था। ताकि भविष्य में कोई अप्रत्याशित घटना न हो सके। बांध में जल स्तर बढऩे की मुख्य वजह इन दिनों अंचल में झमाझम बारिश होना और बिहार को बिजली उत्पादन के लिए दिए जाने वाले पानी की सप्लाई व अन्य सभी सप्लाई को बंद किया जाना बताया गया है।
दस इकाईयों से होता है 415 मेगावाट का विद्युत उत्पादन
बताया गया है कि बाणसागर बांध पानी से दस विद्युत इकाईयों से 415 मेगावाट का विद्युत उत्पादन होता है। जिसमें 20-20 मेगावाट तीन इकाइयां बांध स्थल पर हैं। पांच-पांच मेगावाट की दो इकाईयां झिन्ना में है। 15-15 मेगावाट की दो इकाईयां सिलपरा में है। 105-105 मेगावाट की तीन इकाईयां टोन्स जल विद्युत परियोजना सिरमौर में स्थित है।
चार स्थानों पर रखी जा रही विशेष नजर
बाण सागर डेम में जल भराव के लिए चार स्थानों पर विशेष नजर रखी जा रही है। जिसमें सोन नदी के दियापीपर घाट, महसीरा घाट, दरौरी घाट और मुख्य बांध स्थल शामिल है। 13 सितम्बर को सोन नदी के दियापीपर घाट में जल का लेवल 389.90 मीटर रहा। महसीरा घाट में सोन नदी व जोहिला नदी का पानी आता है और यहां का जल स्तर 355.55 मीटर रहा। इसी तरह दरौरी घाट मेें छोटी महानदी और उमरार नदी का पानी आता है और यहा के पानी का लेवल 351.60 मीटर रहा। जबकि बांध स्थल पर जल का भराव 341.42 मीटर रहा। इस प्रकार इन सभी स्त्रोतों से पांच हजार क्यूमेक्स पानी आ रहा था।
पानी की आवक ज्यादा और निकासी कम
बताया गया है कि इन दिनों बाणसागर बांध में पांच हजार क्यूमेक्स पानी की आवक है और 4438.21 क्यूमेक्स आउट फ्लो है। दस गेट खुलने बाद सोन नदी में 4114.93 क्यूमेक्स पानी जा रहा है। इसके अलावा सीडब्लूसी यानि रीवा की ओर जाने वाली नहर से वर्तमान में 125 क्यूमेक्स पानी जा रहा है। जो आवश्यकता पडऩे पर 185 क्यूमेक्स तक बढ़ाया जा सकता है। आरबीसी यानि बुढ़वा की ओर जाने वाली नहर में 2.77 क्यूमेक्स पानी, सतना जिले की मितरी नहर में 1.93 क्यूमेक्स और बांध पावर हाउस मेेंं 170 क्यूमेक्स पानी जाता है।
दो दिनों में हुई 21.6 मिमी औसत वर्षा
जहां एक ओर संभागीय मुख्यालय में शुक्रवार को सुबह हल्के बादलों के साथ धूप भी खिल गई थी और गुरूवार-शुक्रवार को दो दिन की 21.6 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई। बताया गया है कि शुक्रवार को 22.7 मिलीमीटर औसत बारिश हुई और गुरूवार को 20.5 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई। इस सीजन में सर्वाधिक बारिश 947 मिलीमीटर गोहपारू तहसील में और सबसे कम बारिश 723 मिलीमीटर सोहागपुर तहसील में दर्ज की गई। इसके अलावा बुढ़ार में 745 मिमी, जैतपुर में 862 मिमी, ब्यौहारी में 922 मिमी और जयसिंहनगर में 835 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई।
नौ साल में अठ्ठारह बार खुला गेट
सन् कब खुला गेट
2011 8सितम्बर से 20सितम्बर तक
21सितम्बर को छह घंटे तक
2012 11सितम्बर से 15सितम्बर तक
16सितम्बर से 18सितम्बर तक
21सितम्बर से 22सितम्बर तक
2013 22अगस्त से 25अगस्त तक
30अगस्त से 4सितम्बर तक
10अक्टूबर से11अक्टूबर तक
2014-2015 नहीं खुला
2016 17अगस्त से21अगस्त तक
23अगस्त से 25अगस्त तक
27अगस्त से 30अगस्त तक
4सितम्बर से 5सितम्बर तक
22सितम्बर से 23सितम्बर तक
25सितम्बर से 1अक्टूबर तक
1अक्टूबर से 5अक्टूबर तक
8अक्टूबर से 10अक्टूबर तक
2017 नही खुला
2018 8 सितम्बर को सुबह 3.15 बजे से
2019 13 सितम्बर को सुबह आठ बजे

बाणसागर बांध की क्षमता
एफआरएल 341.64 मीटर
भराव क्षमता 5133.91 मीटर क्यूमेक्स
इनफ्लो लेवल 3144 क्यूमेक्स
आउटफ्लो लेवल 260.91 क्येमेक्स
13 सितम्बर को बारिश 33 मिलीमीटर
01 जून से 13 सितम्बर तक कुल बारिश 816 मिलीमीटर
डिस्चार्जिंग 4114.93 क्यूमेक्स

ऐसे रहा शुक्रवार को डेम का जल स्तर
सुबह आठ बजे 341.42 मीटर
सुबह नौ बजे 341.43 मीटर
सुबह दस बजे 341.42 मीटर
सुबह ग्यारह बजे 341.42 मीटर
दोपहर बारह बजे 341.42 मीटर
दोपहर एक बजे 341.40 मीटर
दोपहर दो बजे 341.40 मीटर
दोपहर तीन बजे 341.39 मीटर
शाम चार बजे 341.37 मीटर
शाम छह बजे 341.37 मीटर
रात्रि आठ बजे 341.37 मीटर

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