स्कूलों में माध्यांह भोजन की सप्लाई के लिए गांव गांव में समूह गठित किए गए है। जिनमें अधिकांश आरोप-प्रत्यारोप से घिरे हुए है। इसके साथ ही खाना बनाने के लिए प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में तीन हजार से अधिक रसोइयों की नियुक्ति है। जो स्कूलो की साफ-सफाई से लेकर भोजन पकाने और परोसने का काम करती है। जिसकी मेहनत की कीमत महीने में इनको मात्र एक हजार रुपए मिल रहे है। जो एक दिन का मेहनताना मात्र 32 रुपए बैठता है। इसके लिए रसोइयां जिला प्रशासन से सीएम तक से फरियाद कर चुकी है। लेकिन अब तक केाई सुनवाई नहीं हुई है। एमडीएम योजना को साकार करने वाले रसोइयां शासन से निर्धारित मजदूरी का दसवां हिस्सा भी नहीं पा रहे है।
एमडीएम के बोलते आंकड़े
प्राथमिक स्कूल मिडिल स्कूल
स्कूल संख्या 1630 494
छात्र संख्या ७८१२० ५२४०३
रसोईया २८९६ १०९८
राशन का वजन १०० ग्राम १५० ग्राम
कुल समूह ९७९
रसोई में सलेंडर ६२०