शाहडोलPublished: Oct 28, 2021 12:37:32 pm
Ramashankar mishra
अमलाई ओपेन कास्ट का मामला, प्रबंधन ने जारी किया था नोटिसदिसम्बर तक ही निकल पाएगा कोयला, काम शुुरू नहीं हुआ तो बंद हो जाएगा उत्पादन
Fine of 1 lakh 31 thousand rupees imposed on 297 cattle owners
शहडोल. एसईसीएल सोहागपुर क्षेत्र अंतर्गत संचालित अमलाई ओपन कास्ट माइंस में ओबी निकालने के लिए प्रबंधन द्वारा 400 करोड़ का टेंडर निकाला गया था। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने में ही काफी समय लग गया। जब टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई तो जिस कंपनी को काम सौंपा गया उसने अब तक काम ही शुरु नहीं किया। यहां तक कंपनी द्वारा बैंक गारंटी की राशि भी जमा नहीं कराई गई है। जिसके चलते पूरा काम ठप पड़ा हुआ है। कंपनी के इस रवैये को देखते हुए प्रबंधन ने नोटिस भी जारी किया था जिसकी भी समय सीमा समाप्त हो गई है। जानकारी के अनुसार अमलाई ओपेन कास्ट से ओबी निकालने के लिए 220 करोड़ रुपए में एमएस राणा कंपनी का टेंडर हुआ था। जिसके बाद कंपनी को ओबी निकालने का काम प्रारंभ करना था। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी कंपनी ने अब तक काम शुरु नहीं किया है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने प्रबंधन के पास बैंक गारंटी रकम भी जमा नहीं कराई।
दिसबंर तक ही उत्पादन, कर्मचारी भी परेशान
पूर्व में ढोलू कंपनी द्वारा ओबी हटाने का जो काम किया गया था उसकी वजह से अभी दिसंबर माह तक अमलाई ओपन कास्ट माइंस में कोयला उत्पादन करने में प्रबंधन को परेशानी नहीं होगी। दिसंबर के बाद अमलाई ओपन कास्ट माइंस का कोयला उत्पादन पूरी तरह चौपट हो जाएगा। कुछ दिनों पहले तक क्षेत्र में यह चर्चा हो रही थी की यह कंपनी टेंडर लेने के बाद किसी पेटी कांट्रेक्टर को काम दे सकती है। बताया जाता है कि अगर प्रबंधन द्वारा टेंडर निरस्त किया जाता है तो फिर से प्रक्रिया होने में काफी लंबा समय लग जाएगा। ढोलू कंपनी में काम करने वाले लगभग 200 कर्मचारी इस आशा में थे कि जो कंपनी अमलाई ओपन कास्ट माइंस में काम करने आएगी उसमें उन्हें नौकरी मिल जाएगी।
रेट ज्यादा होने के बाद घाटे में थी कंपनी
कंपनी ने जिस तरह इतने कम रेट में टेंडर प्राप्त किया था। उसके बाद से यह चर्चा का विषय बना हुआ था कि भले ही कंपनी ने टेंडर ले लिया है लेकिन इतने कम रेट में वह काम नहीं कर पाएगी। बताया जा रहा है कि पूर्व में अमलाई ओपन कास्ट माइंस में काम करने वाली ढोलू कंपनी का रेट इस रेट के मुकाबले कहीं ज्यादा था। इसके बाद भी ढोलू कंपनी को करोड़ों रुपयों का घाटा उठाना पड़ा था।
कंपनी ने जारी किया नोटिस
जानकारी के अनुसार एमएस राणा कंपनी द्वारा काम न शुरु किए जाने की वजह से सोहागपुर प्रबंधन काफी परेशान हो चुका है। जिसके बाद कंपनी को प्रबंधन की ओर से नोटिस जारी किया गया था। जिसकी 27 अक्टूबर को समय सीमा भी समाप्त हो चुकी है। नोटिस का जवाब न मिलने के बाद प्रबंधन इस टेंडर को निरस्त भी कर सकता है।