scriptपालिटेकनिक छात्रावास की हालत जर्जर | The condition of polytechnic hostel is shabby | Patrika News

पालिटेकनिक छात्रावास की हालत जर्जर

locationशाहडोलPublished: Mar 25, 2019 08:16:54 pm

Submitted by:

lavkush tiwari

छात्रों को नहीं मिल पा रही सुविधा

The condition of polytechnic hostel is shabby

The condition of polytechnic hostel is shabby

शहडोल. संभागीय मुख्यालय स्थित पालीटेकनिक हास्टल जर्जर हालत में होने के कारण छात्रों को आवास की सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, जिससे छात्र किराए के मकानों में रहकर पढ़ाई करने पर मजबूर हो रहे हैं। लगभग 50 साल से अधिक पुराने पालीटेकनिक कालेज के छात्रावास का हाल ऐसा है कि एक भवन पूरी तरह से जर्जर हो गया है, वहीं दूसरे पीछे स्थित जर्जर भवन में लगभग ७५ छात्र रहकर अपना गुजर बसर कर रहे हैं। बताया गया है कि लगभग 50 साल पहले एक भवन सीनियर ग्रुप के छात्रों और एक भवन जूनियर गु्रप के छात्रों के लिए दो अलग-अलग छात्रावासों का निर्माण कराया गया था, जिसमें लगभग 70 से 80 कमरों का निर्माण होने से एक कमरे में दो छात्रों को रहने का कमरा दिया जाता था, लेकिन भवनों का रख-रखाव और मरम्मत का कार्य नहीं होने के कारण सीनियर छात्रों के लिए बनाया गया हास्टल पूरी तरह से क्षतिग्रसत हो गया जो अब वर्तमान समय में अनुपयोगी साबित हो रहा है। वहीं दूसरे एक अन्य भवन में 25कमरों में लगभग 75 छात्र जर्जर भवन होने के बाद भी सुविधा ले रहे हैं।
1960 का भवन-
जानकारी में बताया गया है कि इस छात्रावास और पालीटेकनिक का निर्माण 1960 में कराया गया था, और कालेज में वर्तमान समय में लगभग 1020 छात्र विभिन्न विषयों में अध्ययन कर रहे हैं, लेकिन छात्रों को आवासीय सुविधाएं नहीं मिलने से छात्र किराए के मकान में रहने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं बताया गया है कि सीनियर छात्रों के लिए बनाए गए छात्रावास को लगभग तीन वर्ष पहले पीडब्लूडी विभाग ने डिस्मेंटल घोषित कर दिया है।
3020 रुपए सालाना फीस-
पालीटेकनिक हास्टल में रहने के लिए छात्रों को सालाना लगभग 3020 रुपए चुकाना पड़ रहा है। इन आवासों में गरीब छात्रों को रहने के लिए कमरे एलाट किए गए हैं, वहीं कई छात्र छात्रावास में रहने के लिए आवेदन जमा किए लेकिन कमरे नहीं होने के कारण छात्रों को छात्रावास की सुविधा नहीं मिली है, जिससे छात्र परेशान हो रहे हैं।
शासन को भेजा भवन निर्माण कराने प्रस्ताव
छात्रावास भवन पुरान होने के कारण छात्रों को छात्रावास की सुविधा नहीं मिल पा रही है। छात्रावास भवन बनाने के लिए शासन को पत्राचार किया गया है। पुराने पीछे एक छात्रावास में लगभग 75 छात्र रह रहे हैं, वह भवन भी पुराना है। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद भवन का निर्माण कराया जाएगा।
व्हीके सोनवानी
प्राचार्य
पालीटेकनिक कालेज
शहडोल

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