विधायक सुबह अस्पताल में भर्ती थे। मैं खुद अस्पताल पहुंच गया था। डॉक्टरों को तत्काल बुलाया और इलाज शुरू कराया। डॉ वसीम को दो बार मैनें भी फोन किया लेकिन रिसीव नहीं हुआ । घर का दरवाजा भी नहीं खुला था। नोटिस देकर जवाब मांगा है कि आखिर क्यों इस तरह की लापरवाही बरती गई।
डॉ उमेश नामदेव, सिविल सर्जन
जिला अस्पताल शहडोल
डॉ उमेश नामदेव, सिविल सर्जन
जिला अस्पताल शहडोल
चक्कर और घबराहट की वजह से अस्पताल सुबह गया था। जानकारी मिलते ही अस्पताल के अधिकारी आ गए थे। बेहतर तरीके से इलाज किया। अब पहले से स्वस्थ हूं।
जयसिंह मरावी, विधायक जयसिंहनगर
जयसिंह मरावी, विधायक जयसिंहनगर