scriptडॉक्टर ने पैदल चलने के लिए भी किया था मना, फिर भी लगाई दौड़ और जीता स्वर्ण पदक | The doctor refused to even walk, still ran race and won the gold medal | Patrika News

डॉक्टर ने पैदल चलने के लिए भी किया था मना, फिर भी लगाई दौड़ और जीता स्वर्ण पदक

locationशाहडोलPublished: Mar 15, 2020 10:22:21 pm

Submitted by:

Ramashankar mishra

राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2020 में प्रदेश को स्वर्ण पदक दिलाने वाले कर्मचारी की कहानी55 साल की उम्र में वन विभाग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में लिया हिस्सा, बढ़ाया विभाग का मान

डॉक्टर ने पैदल चलने के लिए भी किया था मना, फिर भी लगाई दौड़ और जीता स्वर्ण पदक

डॉक्टर ने पैदल चलने के लिए भी किया था मना, फिर भी लगाई दौड़ और जीता स्वर्ण पदक

शहडोल.प्रतियोगिता के ठीक पहले अचानक पैर में काफी दर्द शुरू हो गया। अस्पताल जांच कराने पहुंचा तो डॉक्टरों ने भर्ती कर लिया। प्रतियोगिता में शामिल होने की बात कही तो डॉक्टरों ने मना कर दिया। डॉक्टरों का कहना था कि प्रतियोगिता में दौडऩा तो दूर पैदल चल भी नहीं सकते हो। हिम्मत नहीं हारा। बार- बार अपने अधिकारियों का विश्वास और जीत का जुनून सामने आ रहा था। मैं अगले ही दिन प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए निकल गया। यहां न केवल प्रतियोगिता का हिस्सा बना, बल्कि तीन पदक भी विभाग को दिलाए। चट्टान जैसे हौसले और चुनौतियों को मात देने वाली ये कहानी उत्तर वनमण्डल शहडोल में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यज्ञनारायण की है। जिन्होने हाल ही में भुवनेश्वर में आयोजित राष्ट्रीय वन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2020 में भाग लेकर अलग-अलग रेस में तीन पदक जीते हैं। यज्ञनारायण के अनुसार, प्रतियोगिता के पहले अचानक पैर में दर्द हो गया था। डॉक्टर अस्पताल में भर्ती करके न चलने की सलाह दी थी लेकिन खुद का जुनून था। हिम्मत हार जाता तो दोबारा ये मौका नहीं मिलता।
तीन प्रतियोगिता में दिलाए पदक
प्रतियोगिता का आयोजन 3 मार्च से 8 मार्च के बीच किया गया। जिसमें संभाग से 6 खिलाड़ी शामिल हुए थे। प्रतियोगिता के दौरान 4 मार्च को यज्ञनारायण के पैर में मोच आने की वजह से अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां चिकित्सकों ने उन्हे प्रतियोगिता में भाग लेने से मना किया था। इसके बाद भी वह प्रतियोगिता में शामिल हुए। इस दौरान यज्ञनारायण ने 10 हजार मीटर रेस में गोल्ड, 1500 मीटर वॉक में सिल्वर व 25 किमी मैराथन रेस में कांस्य पदक जीतकर विभाग का मान बढ़ाया है।
मध्यप्रदेश में इकलौता स्वर्ण पदक
गौरतलब है कि इस प्रतियोगिता में प्रदेश से भाग लेने वाले अन्य खिलाडिय़ों में से स्वर्ण पदक जीतने वाले यज्ञनारायण इकलौता खिलाड़ी है। इनकी इस सफलता पर वन विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारियों ने खुशी जताई है। अधिकारियों का कहना है कि अब दूसरे कर्मचारी अधिकारी भी इनसे प्रेरणा लेंगे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो