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क्या आपने देखी रेलवे की ये ‘सुपर एनाकोंडा’, 177 वैगन लेकर दौड़ी

locationशाहडोलPublished: Jul 09, 2020 09:23:13 pm

Submitted by:

Shailendra Sharma

कम मेंटनेंस और कम कर्मचारियों के कारण समय पर सामान की डिलेवरी करने के लिए रेलवे ने दौड़ाई सबसे लंबी ट्रेन ‘सुपर एनाकोंडा’।

शहडोल. ट्रेन तो आपने कई देखी होंगी लेकिन ‘सुपर एनाकोंडा’ ट्रेन शायद ही देखी हो। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने इस ‘सुपर एनाकोंडा’ ट्रेन को चलाया है। इस सुपर एनकोंडा ट्रेन में तीन मालगाड़ियों को जोड़कर पहली बार पटरी पर दो किलोमीटर लम्बी गुड्स ट्रेन सबसे ज्यादा दूरी के लिए दौड़ाई गई है। तीन मालगाडिय़ों को मिलाकर 177 वैगनों की दो किमी लम्बी ट्रेन को शहडोल से कोयला लोड कर कोटा मंडल तक भेजा गया है। रेलवे से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, लम्बी दूरी तक जाने वाली सुपर एनाकोंडा यह ट्रेन पहली है। जिसे लम्बी दूरी के लिए भेजा गया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल से पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल तक लगभग 540 किमी के बीच लोडेड सुपर एनाकोंडा मालगाड़ी चलाई गई है। जानकारी के अनुसार, यह मालगाड़ी शहडोल से मोतीपुरा पीसीएमसी पावर हाउस सर्विंग स्टेशन तक के लिए चलाई गई है। 3 लोडेड रैक यानी 2 किमी. लंबी और 177 वैगनों को जोड़कर इस मालगाड़ी में शहडोल से कोयला लोड कर भेजा गया है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि सबसे लम्बी दूरी के अनुसार, यह भारत की सबसे लंबी दूरी चलने वाली लॉन्गहाल ट्रेन है । पूर्व में भी इस तरह की मालगाडिय़ों का चलाया जा चुका है, लेकिन शहडोल से चलाई गई यह ट्रेन सबसे ज्यादा दूरी के लिए चलाई गई है।

 

2 मिनिट 09 सेकंड में स्टेशन को किया पार
177 वोगी वाली ये सुपर एनाकोंडा ट्रेन तीन मालगाड़ियों को मिलाकर बनाई गई जिनकी लंबाई पटरी पर दो किलोमीटर है। शहडोल रेलवे स्टेशन से गुजरी इस ट्रेन को स्टेशन का प्लेटफॉर्म क्रॉस करने में दो मिनिट 9 सेकेंड का वक्त लगा जिससे आप अंदेशा लगा सकते हैं कि ट्रेन कितनी लंबी होगी। ट्रेन को गुजरते देख लोग हैरान हो गए एक बार तो उनके भी मन में ये ख्याल आया कि ये ट्रेन कब खत्म होगी।

देखें वीडियो-

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समय, मेंटेनेंस के साथ कर्मचारियों की कमी
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, शहडोल से यह पहला प्रयोग किया गया है। इससे समय के साथ मेंटेनेंस भी कम होगा। कम कर्मचारियों के बीच समय पर सामान की डिलेवरी हो सकेगी। शहडोल कोयला परिवहन के चलते व्यस्तम रूट में शामिल है। दर्जनों कोयला से लोड गाड़ियां हर दिन गुजरती हैं। सुपर एनाकोंडा मालगाड़ी की वजह से कोयला परिवहन और आसान हो जाएगा और समय पर पॉवर प्लांट तक कोयला पहुंच सकेगा।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर जोन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी साकेत संजन ने बताया कि शहडोल से सुपर एनाकोंडा मालगाड़ी को चलाया गया है। लम्बी दूरी के लिए यह सबसे पहली ट्रेन है। इसे तीन मालगाड़ियों को जोड़कर तैयार किया है। शहडोल से मोतीपुरा कोयला भेजा गया है। ये हमारे लिए उपलब्धि है।

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