शाहडोलPublished: Jan 19, 2022 01:24:44 pm
shubham singh
विशेषज्ञों का तर्क: वैक्सीनेशन की वजह से ज्यादा प्रभावित नहीं हो रहे लोग
The magic of vaccination: symptoms are the same, no complications, corona patients recovering soon, know how they are getting cases
शहडोल. कोरोना संक्रमण जिले में बड़ी तेजी से फैल रहा है। विभागीय आंकड़ो की बात की जाए तो पिछले 18 दिन में 500 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। सुखद पहलू यह है कि कोविड संक्रमितों में सिंटम्स भले वही हो लेकिन कॉम्पलीकेशन नहीं है। यही वजह है कि संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। घर पर ही रहकर लोग दवा लेकर स्वस्थ हो रहे हैं। विशेषज्ञ इसका सबसे प्रमुख कारण वैक्सीनेशन को मान रहे हैं। जानकारों का कहना है कि वैक्सीन की दोनो डोज लगने की वजह से कोविड-19 इतना प्रभावी नहीं है। अब जो मरीज मिल रहे हैं वह सामान्य लक्षण वाले मिल रहे हैं। जिन्हे स्वस्थ होने में 5-7 दिन से ज्यादा समय नहीं लग रहा है। बच्चों में भी वैक्सीनेशन बढ़ाया है।
सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण
संक्रमित हो रहे लोगों में सिंटम्स कोविड के ही हैं। जिसमें सर्दी, खांसी, बुखार के साथ गले में खरास व सरदर्द होना शामिल है। पहली और दूसरी लहर में की तरह सेचुरेशन नीचे नहीं जा रहा है। लोगों को न तो सांस लेने में तकलीफ हो रही है और न ही अंग इफेक्टेड होने की ही शिकायत मिल रही है। जिसे विशेषज्ञ काफी सुखद मान रहे हैं।
वैक्सीन ने लोगों को किया सुरक्षित
पहली और दूसरी लहर की अपेक्षा इस बार कोविड के ज्यादा प्रभावी न होने का प्रमुख कारण वैक्सीनेशन को माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। ऐसे में लोग संक्रमित तो हो रहे हैं लेकिन उससे लोग इतना प्रभावित नहीं हो रहे हैं कि अस्पताल में भर्ती होना पड़े, ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़े। सामान्य वायरल जैसे सिंटम्स होने के बाद थोड़ा बहुत दवा लेकर लोग स्वस्थ हो जा रहे हैं।
जिले में 526 कोरोना एक्टिव केस
कोविड की तीसरी लहर का असर जिले में देखने मिल रहा है। यहां बड़ी तेजी से संक्रमण फैल रहा है। जिनमें से ज्यादातर केस कान्ट्रैक्ट ट्रेसिंग वाले सामने आ रहे हैं। जिले में वर्तमान में एक्टिव केसो की संख्या 526 है। जिनमें से 524 व्यक्ति होम आइसोलेशन में है। इन मरीजों में गंभीर लक्षण नहीं है और घर पर रहकर ही स्वास्थ लाभ ले रहे हैं।
फैक्ट फाइल
फस्र्ट डोज वैक्सीनेशन 816325
सेकेण्ड डोज वैक्सीनेशन 756474
अब तक बूस्टर डोज 3676
15-18 वर्ष तक वैक्सीनेशन 67647
रिकवरी रेट 100 प्रतिशत
इनका कहना है
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन कराया गया। जिसका ही परिणाम है कि अब लोग संक्रमित तो हो रहे हैं लेकिन अस्पताल में भर्ती करने जैसी स्थिति नहीं बन रही है। वायरल जैसे लक्षण होने के बाद घर पर ही दवा लेकर लोग स्वस्थ हो रहे हैं।
डॉ. पुनीत श्रीवास्तव, नोडल आफीसर- डीसीसी
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संक्रमितो में सिंटम्स तो वहीं सर्दी, खांसी, बुखार, सरदर्द वाले ही है। सबसे अच्छी बात यह है कॉम्प्लीकेशन नहीं हो रहा है। वैक्सीनेशन की वजह से संक्रमण इतना प्रभावी नहीं है। जिससे की संक्रमित व्यक्ति गंभीर हो। संक्रमण के कम प्रभावी होने की वजह से मरीज 5-7 दिन में ही स्वस्थ हो रहे हैं।
डॉ. गंगेश टांडिया, एमडी, जिला अस्पताल शहडोल