शालिनी तिवारी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी।
शाहडोलPublished: May 22, 2022 12:48:54 pm
shubham singh
संभाग में 30 हजार से ज्यादा कुपोषित बच्चे
यहां कागजों में चल रहा कुपोषण मिटाने की प्लानिंग, दो माह से जिले में नहीं बंटा पोषण आहार
शहडोल. संभाग में 30 हजार से ज्यादा नौनिहाल कुपोषण के क्रूर पंजे में फंसकर रह गए हैं। अफसर एनआरसी में बच्चों की संख्या बढ़ाने दम भर रहे हैं लेकिन 2 माह से कुपोषित बच्चों के लिए पोषण आहार ही नहीं है। कुपोषण के कलंक को मिटाने के लिए शासन के तमाम प्रयास जमीनी स्तर पर ही दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। बीते तीन-चार माह से आंगनबाड़ी केन्द्रों में समय से पोषण आहार न पहुंंचने के कारण बच्चों व गर्भवती माताओं को लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं वर्तमान स्थिति में अप्रेल माह के अलावा मई माह का पोषण आहार अभी तक केन्द्रों में नहीं पहुंचा है। नौनिहालों को बाटे जाने वाले पोषण आहार के पैकट में पोषक तत्व होते हैं। जिससे बच्चों के शरीर को ग्रोथ करने में सहायक माना जाता है। पोषण आहार दो माह से बच्चों को नहीं मिल रहा है, जिसके कारण कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में प्रभाव पड़ सकता है।
बीते तीन माह से बिगड़ी व्यवस्था
महिला एवं बाल विकास विभाग के 0 से 6 वर्ष के बच्चों का कुपोषण 1 लाख 13 हजार 915 बच्चों के पोषण आहार का वितरण करती है, पर बीते तीन महीनों से पोषण आहार का वितरण सही समय पर नहीं हो रहा है। विभागीय जानकारी के अनुसार पहले एमपी एग्रो से आहार आता था। बीते कुछ महीनों से पोषण आहार का काम अजीविका मिशन को दे दिया गया है, जिससे सही समय पर केन्द्रों में आहार नहीं पहुंच रहा है। इसके कारण गर्भधात्री माताओं और बच्चों को दिक्कत हो रही है।
मार्च में हुई थी लेटलतीफी
पोषण आहार को लेकर पिछले महीने के मार्च में भी लेटलतीफी की गई थी, जिससे बच्चों व गर्भवती माताओं को समय पर आहार वितरण नहीं हो पाया था। इस बार अपे्रल व मई का आवंटन अभी तक केन्द्रों में नहीं पहुंचाया गया है। जिले के 1 लाख 13 हजार 915 बच्चों व गर्भवती माताओं के लिए 170 से 172 मीट्रिक टन पोषण आहार प्रत्येक माह प्रदाय किया जाता है, लेकिन बीते कुछ माह से व्यवस्था लडखड़़ाने से समय पर आवंटन केन्द्रों तक नहीं पंहुचाया जा रहा।
जिले की आंगनबाड़ी व आवंटन
0 से 6 वर्ष के दर्ज बच्चे 113915 बच्चे
पोषण आहार का आवंटन 1720 मैट्रिक टन
आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या 1599 केन्द्र
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मध्यम कुपोषित बच्चे
बच्चे की उम्र संख्या
0 से 6 माह 879
6 से 1 वर्ष 2056
1 से 2 वर्ष 2651
2 से 3 वर्ष 2743
3 से 5 वर्ष 4356
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अति कुपोषित बच्चे
बच्चे की उम्र संख्या
0 से 6 माह 226
6 से 1 वर्ष 295
1 से 2 वर्ष 508
2 से 3 वर्ष 412
3 से 5 वर्ष 467
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इनका कहना है
अपने यहां रीवा से सप्लाई होता है, बीते कुछ महीनों से पोषण आहार केन्द्रों में सही समय पर नहीं पहुंच रहा है, आवंटन के लिए पत्र भेजा जा चुका है।
शालिनी तिवारी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी।