शहडोल. गर्मी के तेवर दिनो दिन बढ़ते जा रहे हैं। मुसाफिरों के कण्ठ सूखते जा रहे हैं, मगर संभागीय मुख्यालय में कहीं प्याऊ नजर नहीं आ रहे है। जिससे लोगों को पीने के पानी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। नगर के रेलवे स्टेशन में हरे माधव व कसौधन वैश्य समाज द्वारा प्याऊ खुला है, लेकिन उसका लाभ सिर्फ रेल यात्रियों को ही मिल पा रहा है। इसके अलावा सराफ क्लिनिक के सामने एक छोटे से प्याऊ के अलावा शहर के किसी भी हिस्से में प्याऊ नजर नहीं आता है। यहां तक की मुख्य बस अड्डे में यात्रियों को पानी के लिए काफी दिक्कतें हो रही है। नगर के रेलवे स्टेशन से बस स्टैण्ड के बीच एक भी प्याऊ नहीं खुला है। जबकि जय स्तंभ चौंक से रेलवे स्टेशन मार्ग के मध्य सिर्फ एक प्याऊ खुला है। जबकि नगर के इंदिरा चौंक, राजीव गांधी बस अड्डा, जय स्तंभ चौराहा, गांधी चौराहा, गंज, बाणगंगा तिराहा सहित अन्य कई सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ खोले जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। अगले सप्ताह भी पारा ४० के पार बना रहने की आशंका जाहिर की जा रही है। ऐसी स्थिती में लोगों को खासी परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। सेवा नहीं, अब धंधा बन गया पानी लोगों का मानना है कि गर्मी में लोगों को पानी पिलाना काफी पुण्य का काम है, लेकिन यह पुण्य का काम अब धंधा में तब्दील हो चुका है। यही वजह है कि लोग अब प्याऊ खोलने से कतराने लगे हैं। अधिकांश लोग पाउच व बॉटल का पानी खरीद कर ही पीना पसंद करते हैं और प्याऊ के पानी को अशुद्ध मानते हैं। ऐसी दशा में प्याऊ की उपयोगिता शायद घटती जा रहरी है। ऐसी स्थिती में लोगों को खासी परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं।