सरोवर में लगभग चार फीट तक जलस्तर रह गया है।इसके चलते पिछले एक सप्ताह से रोजाना करीब 500 मछलियां मर रही हैं। जल की ऊपरी सतह पर मृत मछलियां तैरती दिखने लगी हैं। नगर पालिका स्तर पर दो कर्मचारी मृत मछलियों को निकालने के लिए लगाए गए हैं जो पूरे दिन मृत मछलियां को प्लास्टिक के कट्टों में भरकर अन्यत्र भेज रहे हैं।
दूसरी ओर सरोवर के घाटों पर प्रतिबंध के बाद भी थडिय़ां लगाकर चना, ज्वार बाजरा, तेल से बने लड्डू बेचे जा रहे हैं जो आस्था के नाम पर जल में डाले जा रहे हैं। इससे भी जल प्रदूषण बढ़ रहा है।