अद्भुत है माता का यह दरबार, यहां दर्शन करने नंगे पांव पहुंचते हैं सैकड़ो भक्त
शाहडोलPublished: Oct 04, 2019 12:24:04 pm
पंचमी के दिन ध्वज चढ़ाने की है परंपरा, 12 किमी की करते हैं पैदल यात्रा
अद्भुत है माता का यह दरबार, यहां दर्शन करने नंगे पांव पहुंचते हैं सैकड़ा भक्त
शहडोल. अंतरा स्थिति मां कंकाली के प्रति भक्तों की आस्था उन्हे नंगे पैर पैदल अपने पास खींच लेती है। लगभग 12 वर्ष पूर्व महज 50-60 लोगों से शुरु हुई इस यात्रा में अब विशाल जन समूह जुड़ चुका है। यह यात्रा पुरानी बस्ती से पंचमी के दिन गाजे-बाजे के साथ निकाली जाती है। जिसमें सैकड़ो की तादाद में श्रद्धालु माता रानी का ध्वज लिए हुए नंगे पैर ही लगभग 12 किमी का सफर पैदल तय करते हैं। कंकाली मंदिर पहुंचकर विधि विधान से पूजा अर्चना कर माता रानी का ध्वज चढ़ाते हैं। इस यात्रा के संबंध में स्थानीय निवासी राजेश शर्मा और हरीश अरोरा ने बताया कि उनका प्रारंभ से ही माता के प्रति लगााव रहा है। प्रारंभित दौर में माता रानी की सेवा करने वाले फट्टी बाबा की विशेष आस्था थी कि माता को पंचमी के दिन ध्वज चढ़ाया जाए। उन्ही के बताए हुए मार्ग का अनुशरण करते हुए। पुरानी बस्ती से यह पैदल यात्रा पंचमी को निकाली जाती है। कंकाली मंदिर में भक्तों के लिए समुचित व्यवस्था की जाती है। जिससे कि उन्हे किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। इसी क्रम में गुरुवार कां पंचती के दिन यह पैदल यात्रा पुरानी बस्ती से निकाली गई। जिसमें लगभग 500 से भी अधिक लोग नंगे पैर पैदल चलकर माता रानी के दरबार में पहुंचे।