ALSO READ: सर्जिकल ऑपरेशन के बाद जोधपुर में हथियारबंद कमाण्डो की गश्त, सीमावर्ती क्षेत्रों के हर वाहन की जांच वहीं कई योग्य विद्यार्थी विवि में प्रवेश को मुंह ही ताकते रह गए। बिना किसी पूर्व सूचना के कुलपति ने 29-30 सितंबर के लिए प्रवेश प्रक्रिया पुन: शुरू कर दी। इसमें बिना किसी मेरिट बेस के सभी विषयों में विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा चुका है। इनमें कई विद्यार्थी एेसे हैं, जिनके 45 प्रतिशत ही आए हैं और कई तो 12वीं में पूरक परीक्षा के परिणाम के इंतजार में हैं। वहीं कई विद्यार्थी एेसे हैं जो विवि में प्रवेश के इंतजार में अधिक फीस देकर निजी कॉलेजों में प्रवेश ले चुके हैं।
नहीं ली किसी तरह की सलाह विश्वविद्यालय में प्रवेश संबंधी प्रक्रिया को शुरू करने या उसमें किसी भी तरह के बदलाव करने के लिए एडमिशन बोर्ड और एकेडमिक काउंसिल की बैठक महत्वपूर्ण होती है। बैठक के निर्णय के आधार पर ही कुलपति प्रवेश संबंधी प्रक्रिया में किसी प्रकार का परिवर्तन कर सकता है। सूत्रों का कहना है कि अचानक शुरू की गई इस प्रक्रिया के लिए किसी प्रकार की कोई सलाह नहीं ली गई और न ही कोई प्रस्ताव पारित किया गया।
ALSO READ: काजरी ने बनाया विण्ड टरबाइन, अब इसे छत पर लगाओ और घर पर ही बिजली बनाओ नियमानुसार ही प्रवेश इस प्रवेश प्रक्रिया की सहमति पांच माह पूर्व हुई एडमिशन बोर्ड की बैठक में ले ली गई थी। यह प्रवेश नियमानुसार ही लिए गए हैं। जहां सीटें खाली हैं, वहां मेरिट बेसिस पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई है। एसएफएस सीटों के लिए यह प्रवेश किया गया है।
– डॉ आरपी सिंह, कुलपति, जेएनवीयू