शाहडोलPublished: May 20, 2022 11:10:59 pm
shubham singh
गलत खान-पान से व गर्मी के बचाव की जानकारी न होने से हो रहे शिकार
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शहडोल. चिलचिलाती धूप से तापमान 43 डिग्री के पार पहुंच चुका है। लोगों को घरो के बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। गर्म हावाओं से लोग लू का शिकार हो रहे है। गर्मी के दिनों में गलत खान-पान से व गर्मी के बचाव की जानकारी न होने से लोग लू का शिकार हो रहे है। अस्पताल में इन दिनों ओपीडी व आइपीडी में मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ रही है। उल्टी, दस्त, सिर में दर्द व तेज बुखार के मरीजों की संख्या अस्पताल में सबसे ज्यादा है। लू से पीडि़त बच्चे भी अस्पताल पहुंच रहे है। डॉक्टरों की माने तो मजबूत इम्यूनिटी वाले लोग इन गर्म हवाओं को सहन कर लेते हैं। लेकिन अधिकांश लोग गर्म हवाओं को सहन नहीं कर पाते हैं और इनके संपर्क में आते ही बीमार पड़ जाते हैं। जिले में हर साल लोग लू की चपेट में आ जाते हैं। जिससे कई बार तो जानकारी न होने पर मरीज की मौत भी हो जाती है। गांव में लू लगने वाले मरीजों को समझ नहीं पाते व घरेलू नुख्शा अपनाते है। जिससे मरीज की हालत बिगड़ जाती है और अस्पताल पहुंचते तक मरीज की बीमारी से लडऩे की क्षमता खत्म हो जाती है। और ऐसे में कई मरीजों की मौत तक हो जाती है।
यह है लू लगने के लक्षण
डॉ. गंगेश टांडिया की माने तो लू लगने पर सिर में तेज दर्द होना, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं होने लगती हैं। शुरुआत में इन लक्षणों की तीव्रता काफ ी कम होती है लेकिन समय के साथ-साथ ये बढ़ते जाते हैं। लू लगने पर अचानक से तेज बुखार होने लगता है । और शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता है। लू लगने पर उल्टी आना और शरीर में तेज दर्द होना आम बात है। उल्टी होने के कारण शरीर में सोडियम और पोटैशियम का संतुलन बिगड़ जाता है। कमजोर इम्युनिटी वाले या शारीरिक रूप से कमजोर लोग लू लगने से बेहोश भी हो जाते हैं। समय पर इलाज न मिलने पर कई मरीजों की जान भी चली जाती है।
बरतें सावधानियां
लू से हर साल कई लोगों की जान चली जाती है लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि अगर गर्मी के मौसम में आप ठीक ढंग से अपना ख्याल रखें और कुछ जरूरी सावधानियां बरतें तो लू के प्रकोप से बच सकते हैं। गर्मियों में पानी खूब पीना चाहिएर्, छांछ, जूस, लस्सी जैसे तरल पदार्थ का सेवन अधिक करना चाहिए, खाली पेट धूप में निकलने से बचना चाहिए, धूप में निकलते वक्त मुंह व कान को ढंकना चाहिए, हल्के रंगो वाले सूती व सफेद कपड़े पहनने चाहिए व ज्यादा देर तक धूप में रहने से बचना चाहिए।
यह करें उपाय
लू लगने पर बचाव के लिए विशेषज्ञों का कहना है कि तेज बुखार होने पर ठंडे पानी से शरीर को पोंछने से शरीर का तापमान नहीं बढ़ता है। तुरंत चिकित्सकों की सलाह लेकर उपचार शुरू करना चाहिए। उल्टी व दस्त होने पर तरल पेय पदार्थ का सेवन करें। समय रहते नजदीकी चिकित्सालय पर मरीज की जांच कराना आवश्क है।