भयभीत होकर हमला कर रहे जानवर
विशेषज्ञों की माने तो जंगल में आग लगने की वजह से जानवर भयभीत हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में वह या तो जंगल छोंड़कर रिहायसी क्षेत्र की ओर भाग रहे हैं या फिर जंगल के दूसरे ओर पहुंच रहे हैं। ऐसे में जहां आपसी संघर्ष की स्थिति बन रही है वहीं पहले से भयभीत जानवर किसी मनुष्य की आहट सुन आक्रामक होकर उन पर हमला कर रहे हैं।
केस – 1
चौकीदार पर हमला, साथियो ने बचाई जान
पनपथा जोन अंतर्गत कुसमहा बीट के खमेरिहा हार के जंगल मे मंगलवार को आग बुझाने गए चौकीदार हेमराज केवट पिता झल्ला केवट 46 वर्ष निवासी हरदी के ऊपर झपट्टा मार अपने चंगुल में दबा लिया। बाघ द्वारा किए गए हमले से घबराए चौकीदार ने शोर मचाना शुरु कर दिया। जिसकी आवाज सुनकर चौकीदार के अन्य साथी मौके पर पहुंच गए। जिन्होने डंडों से बाघ पर प्रहार करना शुरु कर दिया। जिससे बाघ चौकीदार को घायल अवस्था में मौके पर छोड़कर जंगल की ओर भाग गया।
केस – 2
चरवाहे को किया घायल, मवेशियों ने बचाई जान
बांधवगढ़ नेशनल पार्क अंतर्गत लल्लू यादव पिता रामकिशोर यादव 26 वर्ष निवासी कोठिया पनपथा मवेशी चराने के लिए जंगल गया हुआ था। सेहरा तालाब वाटर एरिया में पीछे से बाघ ने हमला कर दिया। बाघ के हमले को देख वहां मौजूद मवेशियों ने भी उस पर हमला कर चरवाहे का जान बचा ली।
केस- 3
बांधवगढ़ नेशनल पार्क के पनपथा कोर क्षेत्र में वन्यजीवों के लगातार हमले हो रहे हैं। शुक्रवार को जंगली हाथियों ने महुआ बीनने गई महिला पर हमला कर दिया था, जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। ग्राम कुदरी निवासी बुद्दी बाई 58 वर्ष शुक्रवार की सुबह पनपथा कोर के झलवार बीट में महुआ बीनने गई हुई थी। जंगली हाथियों ने उस पर हमला कर दिया। हादसे में महिला की मौके पर मौत हो गई।