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ऐसे बनेंगे अच्छे इंजीनियर ?

locationशाहडोलPublished: Nov 01, 2017 12:14:02 pm

Submitted by:

Shahdol online

मशीन ही नहीं तो कहां से मिलेगा तकनीकी ज्ञान

Will such a good engineer be?

Will such a good engineer be?

शहडोल- इंजीनिरिंग कालेज में तकनीकी शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्रा अपने आप को छला सा महससू कर रहे हैं। प्रबंधन की अनदेखी व कालेज में व्याप्त अव्यवस्थाओं के चलते छात्रों को वह सुविधायें नही मिल रही है जो उन्हे मिलनी चाहिये। जिसके लिये छात्र-छात्रा इंजीनियरिंग कालेज प्रारंभ होने के साथ ही लड़ाई लड़ रहे हैं। सबसे सोचनीय पहलू यह है कि इस तकनीकी कालेज में तकनीकी ज्ञान के लिये संसाधन ही उपलब्ध नही है।
संसाधनों के अभाव में यहां अध्ययनरत् छात्रों को सिर्फ और सिर्फ थ्योरी से काम चलाना पड़ रहा है। छात्रों को प्र्रक्टिकली तकनीकी नालेज ही नही मिल पा रहा है। अव्यवस्थाओं से व्यथित मैकेनिकल के छात्रों ने मंगलवार को कक्षा का बहिष्कार कर बाहर निकल आये और विरोध दर्ज कराते हुये समस्याओं से संबंधित ज्ञापन कालेज प्रबंधन को सौंपा है। छात्रों का आरोप है कि तकनीकी शिक्षा के नाम पर उनके साथ महज औपचारिकता की जा रही है। प्रथम सेमेस्टर में भी उन्हे प्रेक्टिकल का लाभ नही मिला और इस समय भी वही स्थिति बनी हुई है।
कालेज में उन्हे न तो कोई वर्कशाप कराया गया और न ही पूरे स्लेबस में प्रेक्टिकल कराए गए। इन्डस्ट्रियल विजिट अनिवार्य होता है वह भी नही कराया गया। सिर्फ और सिर्फ थ्योरी पढ़ाकर काम चला रहे हैं। स्टेन्ट आफ मटेरियल, थ्योरी आफ मटेरियल व मैनिफेक्चरिंग प्रोसेस में प्रत्येक में 8-8 प्रेक्टिकल अनिवार्य होतें है जिनमें से एक भी नही कराये गए। इंजीनियरिंग कालेज में शैक्षणिक संसाधनों के साथ ही मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। जिसके चलते छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रयोगशाला, इन्डस्ट्रियल विजिट, मेजर एवं माइनर ट्रेनिंग की व्यवस्था, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेन्ट आफीसर की व्यवस्था के अलावा भी कई समस्यायें है। जिसमें छात्रों के लिये पीने के पानी की व्यवस्था नही है साथ ही अन्य सुविधाओं का अभाव है।
एक माह की मांगी गई थी मोहलत
छात्रों का आरोप है कि इन समस्याओं को लेकर उनके द्वारा पूर्व में आवाज उठाई गई थी। जिस पर उन्हे आश्वासन दिया गया था कि एक माह के अंदर व्यवस्थायें चुस्त-दुरुस्त हो जायेंगी। दु:खद पहलू यह है कि अभी तक यहां कि व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार का सुधार नही हुआ है। पालिटेक्निक कालेज की प्रयोग शाला का उपयोग किये जाने की बात कही गई थी लेकिन कालेज प्रबंधन उन्हे इसकी अनुमति नही दे रहा है और उनके कालेज में कोई भी संसाधन ही नही है।
इन्होंने कहा
इंजीनियरिंह कॉलेज के प्राचार्य अशोक वल्लभ पटेल ने कहा हमारा प्रयास है कि छात्रों को सुविधायें मुहैया कराई जाये। जिसके लिये हमने पॉलिटेक्निक कॉलेज प्रबंधन से बात की है। स्वयं का भवन न होने की वजह से सुविधाये नही मिल पा रही है। भवन बनने के साथ ही सारी सुविधायें उपलब्ध हो जायेंगी।
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