खाना कहा हैं, ले चल रहे हैं या नहीं और खुद बैठ गई खाने
मंत्री ने अधिकारियों से मेस चलने कहा तो आनाकानी की। जिसके बाद मंत्री ने फटकार लगाई कि मेस दिखाने ले चल रहे या नहीं। मैं चलूं या नहीं इसके बाद मेस पहुंचते ही मंत्री खुद ही मेडिकल कॉलेज में खाना खाने के लिए बैठ गईं। इस दौरान सब्जी काफी खराब थी। रोटियां भी किरकिरा रही थी। उन्होंने मेस इंचार्ज से मेनू चार्ट मंगवाया तो पता चला कि मेनू के अनुसार भी छात्रों को खाना नहीं मिल रहा है। दूध तक नहीं दिया जा रहा है। छात्रों को घटिया खाना दिए जाने से नाराज मंत्री ने जमकर फटकार लगाई।
अधिकारियों से कहा मैं नहीं निकल पा रही हूं, छात्र कैसे निकलते होंगे
मंत्री विजया साधौ ने मेडिकल छात्रों के स्टडी रूम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बेंच से लगे कुर्सी पर बैठना चाहा तो काफी दिक्कत हुई। बेंच और कुर्सी के बीच जगह इतनी कम है कि कोई भी छात्र बड़ी मुश्किल से बैठ पाएगा। उन्होंने डीन को फर्नीचर बदलने का निर्देश देते हुए कहा कि छात्र इन परिस्थितियों में कुर्सी पर कैसे बैठकर पढ़ाई करेंगे। बैठक में भी उन्होने फर्नीचर खरीदी मामले में छह माह पहले करोड़ों का भुगतान करने पर आपत्ति जताई। मंत्री विजया साधौ ने मेडिकल छात्रों के रहने वाले कमरों को देखा। उन्होंने कमरे में छोटा टेबल देखकर इसको तत्काल हटाकर इसकी जगह दूसरी बड़ी टेबल लगाने के लिए कहा। कमरे में अलमीरा नहीं होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे तत्काल लगवाने को कहा। मंत्री साधौ ने कहा कि सरकार बदल गई है, इसलिए अपनी मानसिक दशा भी बदल लीजिए और व्यवस्था सुधारिए।