मृतक के खेत के पहले संतोष सिंह का खेत था जो शिकार करने के लिए जीआई तार बिछाकर क रंट फैलाया था। रात को युवक के खेत जाते समय करंट की चपेट में आ गया। बताया गया कि राम बहोर के मामा का खेत भी लगा हुआ था। मृतक राम बहोर की आवाज सुनने पर मामा बुद्धसेन भी घटना स्थल पर रात को पहुंच गया। जहां सबने मिलकर युवक के शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।
युवक की करंट से मौत के बाद आरोपियों ने शव को जंगल में छिपाने की योजना बनाई। जिसके लिए अन्य लोगों को रात में बुलाया गया । जिसमें आरोपी संतोष सिंह, राजेन्द्र सिंह, राम कृपाल, ब़ुद्ध सेन, चिंता सिंह, अमृत लाल व राजेश के द्वारा रात को लाश ठिकाने लगाया गया। पुलिस ने घटना स्थल क ी जांच करते हुए पाया की जहां युवक की मौत हुई थी उस जगह पर तार बिछाने के लिए लकड़ी का खंूटा लगाया गया था। यहां पुलिस को मृतक के जलने के साथ घास भी जली हुई मिली थी। पुलिस को खेत मालिकों पर शक हुआ और थाने बुलाकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो मृतक के मामा ने हकीकत सामने रख दी। पुलिस ने ४८ घंटे के भीतर गुत्थी सुलाझाते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई में थाना प्रभारी डीएस पांडेय, एएसआई विपिन बागरी, राजेंद्र सिंह, राकेश शुक्ला व पुनीत मिश्रा रहे।