एक दर्जन ठीहों पर दबिश, चार फरार, इनाम भी घोषित
हत्या मामले में कोतवाली पुलिस ने दीपक सराफ, शुभम बत्रा, सोनू चौरसिया, मिन्टू चौरसिया, राजेश सिंह चौहान पर मामला दर्ज किया है। मुख्य आरोपी राजेश सिंह चौहान को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन चार आरोपी रात में ही चकमा देकर भाग निकले। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा जगहों में दबिश दी लेकिन आरोपी नहीं मिले। फरार आरोपियों के गिरफ्तारी पर एसपी ने इनाम भी घोषित किया है। एसपी के अनुसार, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई गई है। ये टीम अलग- अलग जिलों में दबिश दे रही है।
सक्रियता: सुबह चार बजे तक डटे रहे एसपी, संभाली स्थिति
शहर पुलिस की लापरवाही के बीच बड़े अधिकारियों की सक्रियता भी नजर आई। हत्या के बाद रात में ही एसपी मौके पर पहुंच गए थे। इधर डीएसपी हेड क्वार्टर वीडी पांडेय और कोतवाली टीआई राजेश मिश्रा अस्पताल पहुंचे। हत्या के बाद स्थिति बिगड़ते देख एसपी अवधेश गोस्वामी खुद सुबह चार बजे तक कोतवाली में मौजूद रहे। आसपास के थानों से पुलिस बल बुलवा लिया था। स्थिति बिगड़ते देख मृतक के घर के अलावा आरोपियों के घरों पर भी पुलिस का पहरा करा दिया था। एसपी कोतवाली से निकलने से बाद दोबारा मृतक के घर पहुंचकर परिजनों से बात की। इसके अलावा समाज के लोगों के साथ भी लगातार संपर्क में रहे। परिजनों को आश्वासन दिया कि जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ कड़ी कार्रवाई होगी। पीएम होने तक पुलिस बल मौजूद रहा।
लापरवाही: डायल 100 को सूचना, नहीं पहुंची पुलिस, कहा- चीता भेजते हैं
मामले में स्थानीय पुलिस और डायल 100 के रिस्पॉस को लेकर भी लापरवाही उजागर हुई है। पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि बाइक टकराने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। मोहनराम तालाब परिसर में लगभग 20 मिनट तक विवाद होता रहा। यहां पर पहले शराब भी बैठकर पी रहे थे। यहां चबूतरे में भी तोडफ़ोड़ की। इसी बीच जीप से कई बदमाश मौके पर पहुंचे और मारपीट शुरू कर दी। शुभम बत्रा ने वाहिद को पीछे से पकड़ा और दूसरे युवक ने सामने से चाकू घोप दी। इस बीच डायल 100 को भी फोन गया लेकिन समय पर रिस्पांस नहीं मिला। बताया गया कि सवा 10 बजे डायल 100 से दोबारा फोन आया और कहा गया कि वाहन एक ही है। चीता भेजते हैं लेकिन चाकू मारने तक पुलिस नहीं पहुंची। बाद में युवकों ने खुद वाहिद को उठाकर ले गए।
बीट प्रभारी की लापरवाही: हर दिन लगती थी बदमाशों की भीड़
मोहनराम तालाब परिसर को पिछले कुछ समय पहले सौदर्यीकरण के साथ व्यवस्थित किया गया था। यहां शहर के लोग वॉक के लिए पहुंचते हैं लेकिन धीरे-धीरे नशेडिय़ों का ठीहा बनते जा रहा है। हर रोज यहां विवाद की स्थिति बनती है। शराब की बोतले आसपास घरों पर फेंकी जाती है। पूर्व में स्थानीय लोगों ने मौखिक शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इधर नगरपालिका की भी लापरवाही सामने आई है। पिछले लम्बे समय से यहां की अधिकांश स्ट्रीट लाइटें बंद हैं। शाम होते ही यहां आसामाजिक तत्वों का डेरा लगना शुरू हो जाताहै।
सवाल: एमपी 02 की जीप किसकी, जब्ती क्यों नहीं हुई
सूत्रों के अनुसार, रात में बदमाश जीप से पहुंचे थे। बताया जा रहा कि जीप में नंबर एमपी 02 से शुरू था। इस जीप के सामने और पीछे हिस्से में भी कांच में जमकर तोडफ़ोड़ हुई है। हत्या के बाद इस जीप को बदमाशों ने स्टार्ट न होने पर नजदीक के एक घर के नीचे धक्का लगाकर खड़ा कर दिया था। घटना के बाद पत्रिका टीम जीप तक भी पहुंची। नंबर एमपी 02- 0501 लिखा था।
दावे: शहर के अधिकांश हिस्सों में गश्ती का पुलिस दावे कर रही है। बदमाशों पर नजर रखी जा रही है। जेल से जमानत पर छूटने वाले लोगों की निगरानी रखी जा रही है। गुंडा बदमाशों की सूची तैयार है। लगातार इनको थाने में बुलाकर पूछताछ की जा रही है।
हकीकत:
शहर में गश्त व्यवस्था लडखड़़ाई हुई है। अंदरूनी इलाके पांडवनगर, कल्याणपुर, पुरानी बस्ती, घरौला मोहल्ला हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पुलिस गश्त के लिए नहीं पहुंच रही है। गिनती के दिनों में पुलिस गश्त कर रही है। डॉयल 100 के अलावा रात में पुलिस के वाहन बस्तियों तक गश्त के लिए नहीं पहुंच रहे हैं।
13 माह पहले भी शहर में चाकू मारकर हत्या का प्रयास
शहर में मोहनराम तालाब के आगे चपरा क्वार्टर के नजदीक अक्टूबर 2019 में चाकूबाजी हुई थी। यहां पर हिस्ट्रीशीटर बदमाशों ने सड़क किनारे खड़े लोगों के साथ विवाद करते हुए चाकू मार दी थी। इस दौरान एक व्यापारी को गंभीर चोट आई थी।