मामला शाहजहांपुर के थाना सदर बाजार इलाके का है जहां 27 वर्ष पहले 12 साल उम्र की एक बच्ची अपनी दीदी और जीजा के संग रहती थी। मौका देखकर मौहल्ले में रहने वाले दो सगे भाईयों ने बच्ची से गैंगरेप किया। यह सिलसिला कई बार चला। जिस वजह से बच्ची गर्भवती हो गई। उस पैदा हुए बेटे को शाहाबाद क्षेत्र के उधमपुर गांव मपुर गांव के एक व्यक्ति को दे दिया। इसी बीच पीड़िता के बहनोई का स्थानांतरण रामपुर जिले में हो गया। और बच्ची भी उनके साथ चली गई।
पालने वाले ने बेटे को मां का नाम बताया इसके बाद बड़ी होने पर बहनोई ने पीड़िता की शादी गाजीपुर जिले के एक व्यक्ति के साथ करा दी। 10 वर्ष बाद जब पति को गैंग रेप का पता चला तो उसने पीड़िता को तलाक दे दिया। पीड़िता अपने गांव आकर रहने लगी। इसी बीच महिला का बेटा बड़ा हो गया था। तो उसने अपने जीवन देने वाले से अपने मां-पिता के बारे में जानना चाहा तो उसे उसकी मां का नाम बता दिया गया।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया मुकदमा जब वह मां से मिला तो उसने अपने पिता का नाम पूछा। बस मां भौचक्की रह गई। आखिर इसका क्या जवाब दे। तब मां ने कोर्ट का सहारा लिया। और कोर्ट के आदेश पर दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। डीएनए टेस्ट हुआ जिसमें एक आरोपी का डीएनए टेस्ट पाज़िटिव पाया गया।
आरोपी को गिरफ्तार करने की तैयारी - एसपी एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि, महिला की शिकायत पर सदर बाजार पुलिस थाने में दो लोगों पर गैंगरेप का मामला दर्ज किया गया। 5 मार्च 2021 को केस दर्ज किया गया। फिर पुलिस ने दोनों आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराया था। डीएनए टेस्ट में सबूत मिल गए हैं, अब पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई में जुट गई है।