दरअसल कोतवाली थाना क्षेत्र के रोशनगंज की रहने वाली सीमा शुक्ला को परिजनों ने जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने सीएमएस से विशेष देखभाल की गुहार लगाई, फिर भी चिकित्सकों ने ध्यान नहीं दिया। करीब सात घंटे बाद शाम को सवा सात बजे डॉक्टर तनवी प्रसव के लिए गई। एक हाथ में मेडिकल ग्लव्स पहनकर चेकअप किया। पीड़ा बढ़ने पर डिलीवरी के लिए दूसरे हाथ में दस्ताना पहनने लगीं। इसी दौरान वे मोबाइल में व्यस्त हो गयीं। इस बीच सीमा को तेज दर्द उठा और बच्चा पेट से बाहर आ गया। जब तक डॉक्टर कुछ समझ पातीं, बच्चा बेड से लुढ़ककर नीचे रखे डस्टबिन में गिर गया। इससे नवजात बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। बच्चे की हालात को गंभीर देखते हुए उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
बता दें कि इससे पहले भी इसी अस्पताल में प्रसव के दौरान एक नवजात शिशु का सिर धड़ से अलग कर दिया गया था, जिसके बाद महिला की भी मौत हो गई थी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी इसे बेहद गंभीर मामला बता रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की जांच टीम बना दी गई और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।