भाजपा हाईकमान की मंशा
इस बार भाजपा सपा के गढ़ को भेदना चाहती है। इसलिए पार्टी हाईकमान की मंशी कि जो भी टिकट दिया जाए वो उस दावेदार के पास पहुंचे जो भाजपा नैया को यहां से पार लगा सके। हालांकि यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा ने यहां अच्छा प्रदर्शन किया था। इसके बाद भाजपाइयों को भी उम्मीद बंध गई है कि निकाय चुनाव में भाजपा का परचम लहराएगा।
दो नेताओं में रहती है रार
बता दें कि शाहजहांपुर जिले की हमेशा ही लखनऊ से दिल्ली तक राजनीतिक दखल रही है। शाहजहांपुर से सांसद कृष्णाराज मोदी सरकार की कैबिनेट में केंद्रीय राज्यमंत्री हैं तो शहर विधायक सुरेश खन्ना योगी कैबिनेट में नगर विकास मंत्री के महत्वपूर्ण ओहदे पर हैं। लेकिन दोनों नेताओं की आपसी रार से भाजपा को हमेशा ही जिले में खामियाजा भुगतना पड़ा। इसी वजह से पिछले निकाय चुनाव में महज एक नगर पंचायत से ही भाजपा को संतोष करना पड़ा था।
जिले में चार नगर पालिका
जिले में शाहजहांपुर, तिलहर, पुवायां और जलालाबाद कुल चार नगर पालिकाएं हैं। खुदागंज, कटरा, खुटार, रोजा, कांट और अल्लाहगंज छह पंचायतें हैं। जिनमें नगर पालिका और नगर पंचायतों में दोनों नेताओं के अपने-अपने दावेदार हैं। हर एक दावेदार अपने को जिताऊ और टिकाऊ मा कर लम्बे समय से होर्डिंग, पोस्टर बैनर से अपनी अपनी खूबियां दिखाकर मजबूती पेश कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर दोनों मंत्री भी इस इस पशोपेश में है कि किसे टिकट की सिफारिश करे और किसे नजरअंदाज करें।