जहरीली हो रहीं नादियां, खतरे में अस्तित्व
थाना रामचंद्र मिशन के रोजा चीनी मिल का है। जहां गन्ना पेराई के बाद मिल से निकलने वाले केमिकल युक्त घातक शीरे को इलाके से निकलने वाली कन्नौज नदी में बहाया जा रहा है, जिससे नदी का पानी जहरीला और प्रदूषित हो चुका है। सैकड़ों ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी मिल प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। फिलहाल हजारों कुंतल शीरा नदी में बहने से नदी का पानी दूषित हो चुका है। वहीं चीनी मिल के जीएम मानकों के पालन करने की बात कर रहे हैं। फिलहाल मामला क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी ने संज्ञान में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने के बाद चीनी मिल के लाइसेंस निरस्त कराने के संतुति की जाएगी। फिलहाल प्रदूषण के चलते शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली दोनों नादियां अपना अस्तिव खोती जा रही हैं। अगर भूमाफियाओं और मिलों पर जल्दी लगाम नहीं लगी तो दोनों नादियां सिर्फ नाला बनकर रह जाएंगी।
थाना रामचंद्र मिशन के रोजा चीनी मिल का है। जहां गन्ना पेराई के बाद मिल से निकलने वाले केमिकल युक्त घातक शीरे को इलाके से निकलने वाली कन्नौज नदी में बहाया जा रहा है, जिससे नदी का पानी जहरीला और प्रदूषित हो चुका है। सैकड़ों ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी मिल प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। फिलहाल हजारों कुंतल शीरा नदी में बहने से नदी का पानी दूषित हो चुका है। वहीं चीनी मिल के जीएम मानकों के पालन करने की बात कर रहे हैं। फिलहाल मामला क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी ने संज्ञान में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने के बाद चीनी मिल के लाइसेंस निरस्त कराने के संतुति की जाएगी। फिलहाल प्रदूषण के चलते शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली दोनों नादियां अपना अस्तिव खोती जा रही हैं। अगर भूमाफियाओं और मिलों पर जल्दी लगाम नहीं लगी तो दोनों नादियां सिर्फ नाला बनकर रह जाएंगी।
चीनी मिल का लाईसेंस हो सकता है निरस्त
नदी में केमिकलयुक्त घातक शीरा बहने के मामले में ग्रामीणों और शिक्षक विधायक की शिकायत के बाद क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अनिल कुमार ने संज्ञान में लिया।अनिल कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम को भेजकर नाले में बहाए जा रहा है शीरे का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। इस मामले में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अनिल कुमार ने बताया जांच टीम ने के आधार पर नियमों की अनदेखी की जा रही है। मिल प्रशासन मनमानी के चलते प्रदूषण नियंत्रण के लिए मानकों का पालन नहीं कर रही है। दो-तीन दिन में लिए गए सैंपल की रिपोर्ट आने पर अगर शीरे मे घातक कैमिकल पाया जाता है, तो मिल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नदी में केमिकलयुक्त घातक शीरा बहने के मामले में ग्रामीणों और शिक्षक विधायक की शिकायत के बाद क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अनिल कुमार ने संज्ञान में लिया।अनिल कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम को भेजकर नाले में बहाए जा रहा है शीरे का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। इस मामले में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अनिल कुमार ने बताया जांच टीम ने के आधार पर नियमों की अनदेखी की जा रही है। मिल प्रशासन मनमानी के चलते प्रदूषण नियंत्रण के लिए मानकों का पालन नहीं कर रही है। दो-तीन दिन में लिए गए सैंपल की रिपोर्ट आने पर अगर शीरे मे घातक कैमिकल पाया जाता है, तो मिल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहता है मिल प्रबंधन
मनमानी के आरोपो से घिरे और नदियों के स्वच्छता से खिलवाड़ करने वाले चीनी मिल के जीएम बीके मालपानी नदी में शीरा और कचरा बहाने को नियम बता रहे हैं। जीएम बोले मिल में सभी नियमों व मानकों का सही ढंग से पालन किया जा रहा है।
मनमानी के आरोपो से घिरे और नदियों के स्वच्छता से खिलवाड़ करने वाले चीनी मिल के जीएम बीके मालपानी नदी में शीरा और कचरा बहाने को नियम बता रहे हैं। जीएम बोले मिल में सभी नियमों व मानकों का सही ढंग से पालन किया जा रहा है।