स्वामी चिन्मयानंद केस में सभी पांच आरोपी इस समय शाहजहांपुर की जेल में बंद हैं। स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप है जबकि छात्रा और उसके साथियों को एसआईटी ने रंगदारी मांगने का आरोपी बनाया है। इस मामले में स्वामी चिन्मयानंद और छात्रा की जमानत अदालत से ख़ारिज हो चुकी है।
स्वामी चिन्मयानन्द के कॉलेज में पढ़ने वाली लॉ की छात्रा ने फेसबुक पर 24 अगस्त को वीडियो अपलोड कर पीएम मोदी और सीएम योगी से मदद मांगी थी। उसने पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानन्द पर गंभीर आरोप लगाए थे। आरोप लगाने के बाद छात्रा अचानक गायब हो गई। जिसके बाद छात्रा के पिता ने 27 अगस्त को स्वामी चिन्मयानन्द पर बेटी को अगवा करने और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था। छात्रा के गायब होने के बाद जब ये मामला मीडिया में सुर्ख़ियों में छाया तो वकीलों एक समूह ने सुप्रीम कोर्ट से मामले का संज्ञान लेने की याचिका दायर की। इस बीच शाहजहांपुर पुलिस ने छात्रा को राजस्थान से बरामद कर लिया। छात्रा की बरामदगी के बाद उसे सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने छात्रा को सुरक्षा प्रदान करने और मामले की जांच एसआईटी से कराने के निर्देश दिए थे। एसआईटी जांच के दौरान ही तमाम वीडियो वायरल हुए जिसमे स्वामी चिन्मयानंद का मालिश कराने का वीडियो वायरल हुआ तो रंगदारी प्रकरण से जुड़ा छात्रा और उसके साथियों का भी वीडियो वायरल हुआ। इस बीच छात्रा ने चिन्मयानन्द पर रेप का आरोप लगया और उसके बयान कोर्ट में दर्ज कराए गए। कोर्ट में जब छात्रा के बयान दर्ज हुए तो चिन्मयानन्द की तबीयत खराब हो गई उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। चिन्मयानन्द जब मेडिकल कॉलेज से अपने आश्रम आए तो एसआईटी ने उन्हें 20 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया इसी दिन छात्रा के तीन साथियों को भी रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। बाद में 23 सितंबर को छात्रा को भी गिरफ्तार कर लिया गया।