क्या है समस्या चिन्मयानंद मामले की जांच विशेष जांच प्रकोष्ठ (एसआईटी) द्वारा की जा रही है। फिलहाल वे जेल में बंद हैं। चिन्मयानंद के अधिवक्ता मनेन्द्र सिंह ने न्यायालय से दरखास्त की थी कि चिन्मयानंद की आँख में समस्या बढ़ती जा रही है। कॉर्निया ट्रांसप्लांट होना है। इसके लिए केजीएमयू, लखनऊ भेजा जाए। हाल में ही में उनका इलाज पीजीआई , लखनऊ में चला था। स्वस्थ होने के बाद उन्हें फिर से जेल भेज दिया गया। कोर्ट ने फिलहाल अनुमति नहीं की दी है। फिलहाल जिला जेल के चिकित्सक ही इलाज कर रहे हैं।
क्यों नहीं मिली अनुमति बताया गया है कि विशेष जांच प्रकोष्ठ (एसआईटी) के कारण चिन्मयानंद को केजीएमयू, लखनऊ भेजने की अनुमति नहीं मिल रही है। एसआईटी को पहले चिन्मयानंद की आवाज का नमूना लेना है। अभी एसआईटी को तय करना है चिन्मयानंद को आवाज का नमूना लेने के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला, लखनऊ कब ले जाया जाए। आवाज का नमूने लेने के बाद ही आंख के इलाज के लिए अस्पताल भेजा जाएगा। अगर पहले आंख का इलाज किया जाता है तो आवाज का नमूना लेने में और विलम्ब होगा। यह भी कहा जा रहा है कि सभी आरोपियों को अलग-अलग तारीख में आवाज का नमूने लेने के लिए भेजा जाएगा।