हाईवे पर करते थे लूट ताजा मामला शाहजहांपुर का है, जहां आज शाहजहांपुर पुलिस ने हाईवे पर लूट करने वाले दस हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है। साथ ही उसके साथी को भी गिरफ्तार किया है। बदमाश के पास से एक देसी राइफल और एक देसी तमंचा भी बरामद किया है। ये बदमाश ज्यादातर हाईवे पर लूट को अंजाम देता था। इसके साथ ही कई डकैती भी ये बदमाश डाल चुका है। फिलहाल पुलिस ने पकङ़े गए दोनों बदमाशों को जेल भेज दिया है। वहीं दस हजार के इनामी बदमाश ने बताया कि उसने पहली लूट 2002 में की थी। उसके बाद वह जेल गया था। वह इस जुर्म की दुनिया में सिर्फ अपनी गलत संगत के चलते आ गया।
19 लूट और डकैती जैसी वारदातों को अंजाम दिया दरअसल बीती रात सदर बाजार इंस्पेक्टर डीसी शर्मा अपनी टीम के साथ गश्त पर थे। जब वह छावनी वन क्षेत्र में दौलतपुर गांव के पास पहुंचे तो गांव की तरफ से आने वाले कच्चे रास्ते से दो युवक आते दिखाई दिए। उनको रोक कर जब पूछताछ की तो कोई भी सही जानकारी नहीं दे पाया। शक होने पर दोनों लोगों को थाने लाया गया जहां उनसे पूछताछ की गई तो चौकाने वाला खुलासा हुआ। पूछताछ में अपना नाम मोहसिन पुत्र दफेदार निवासी ग्राम काजीपुर थाना सिंधौली, बताया तो वहीं दूसरे ने अपना नाम रहमान पुत्र इब्राहिम निवासी थाना कांट बताया। एसपी सिटी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि मोहसिन बेहद शातिर अपराधी है। उसने खीरी हरदोई और शाहजहांपुर में 19 लूट और डकैती जैसी वारदातों को अंजाम दिया है। मोहसिन अपने गैंग का सरगना है जिसके उपर दस हजार का इनाम भी घोषित है। पूछताछ में पता चला कि 2016 में सिंधौली थाना क्षेत्र के सैनिक के घर लूट भी मोहसिन ने ही की थी। जिसमें सैनिक के घर से लाइसेंस बंदूक भी उसने लूट ली थी। लेकिन पुलिस अभी तक बंदूक बरामद नहीं कर सकी है जिसको जल्द बरामद कर लिया जाएगा।
कई बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद बनाया छोटा गैंग बदमाश मोहसिन ने बताया कि उसके पिता आरामशीन चलाते थे उनकी मौत हो चुकी है। उसकी दोस्ती गलत लोगों से थी। उसने पहली लूट अपने चार साथियों से मिलकर कटरा थाना क्षेत्र में की थी। जिसमें उसके ऊपर दो मुकदमे दर्ज हुए थे। जिसमें वह जेल भी गया था। लेकिन जब वह जेल गया तो उसने इस जुर्म की दुनिया से निकलना चाहा लेकिन जेल जाने के बाद नहीं निकल सका। क्योंकि जेल के अंदर उसकी मुलाकात इरशाद नाम के शख्स से हुई थी। इरशाद भी लूट करता था। जब वह जेल से बाहर आया और इरशाद भी जेल गया तो जेल के बाहर फिर दोनों लोग मिले और एक गैंग बना लिया। उसके बाद उन्होंने हाईवे को अपना निशाना बनाया। उसने हरदोई में हाईवे से एक चीनी लदे ट्रक को गायब कर दिया था। लेकिन बाद में पुलिस ने ट्रक को बरामद कर लिया था। उसके बाद उसके साथी पकङ़े गए जो अभी जेल में हैं। जिससे वह अकेला पङ़ गया और उसने छोटा गैंग बनाया। अब वह जानवरों की चोरी करता है।