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कॉमेडियन राजपाल यादव से खास बातचीत, बोले बेटा कहकर मेरे साथ विश्वासघात किया…

locationशाहजहांपुरPublished: May 05, 2018 05:39:05 pm

Submitted by:

suchita mishra

फिल्म अता पता लापता को लेकर कोर्ट ने राजपाल को छह महीने की सजा और जुर्माना लगाया है। पेश है पत्रिका से बातचीत के अंश।

rajpal yadav

rajpal yadav

शाहजहांपुर। फिल्म एक्टर राजपाल यादव पर फिल्म अता पता लापता के निर्माण के लिए लोन के रूप में लगाए गए पैसे न लौटाने के मामले में उन्हें छह माह की सजा सुनाई। हालांकि बाद में उन्हें जमानत दे दी गई। राजपाल के खिलाफ सात केस दर्ज हैं, जिनमें हर केस के लिए एक करोड़ साठ लाख का जुर्माना भी लगाया गया है। इस बारे में जब पत्रिका ने राजपाल यादव से बात की तो उन्होंने शाहजहांपुर के उद्योगपति पर पलटवार करते हुये गंभीर आरोप लगाए। बातचीत में राजपाल ने कहा कि उन्होंने कोई लोन नहीं लिया था, फिल्म में पैसा लगाने की डील हुई थी। फिल्म रिलीज होने के बाद फिल्म की कमाई से ही उनके पांच करोड़ रुपये वापस किए जाने थे। लेकिन फिल्म को रिलीज से पहले ही कोर्ट में रुकवा दिया गया। 15 महीने के बाद कोर्ट ने फिल्म को रिलीज करने का ऑर्डर दिया जिसके बाद फिल्म अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी और उन्हें घाटा हो गया।

ये है पूरा मामला

फिल्म एक्टर राजपाल यादव ने फिल्म ‘अता पता लापता’ नामक एक फिल्म बनाई थी। फिल्म बनाने के लिए उन्होंने बिजनेसमैन माधौ गोपाल अग्रवाल से पांच करोड़ रुपये फिल्म बनाने के नाम पर लिए थे। फिल्म रिलीज होने के बाद फिल्म की होने वाली कमाई से उनको आठ करोड़ वापस करने थे। लेकिन फिल्म रिलीज होने से पहले ही माधौ गोपाल अग्रवाल द्वारा फिल्म रिलीज पर कोर्ट से रोक लगावा दी गई। 15 महीने के बाद कोर्ट ने फिल्म रिलीज करने का ऑर्डर दिया लेकिन उसमें घाटा हो गया। फिल्म पर रोक लगवाने के बाद राजपाल यादव और माधौ गोपाल के बीच विवाद हो गया। राजपाल पर आरोप है कि उन्होंने कम्पनी को 7 पोस्ट डेटेड चेक दिए थे, जो बाद में बाउंस हो गए। इसी मामले में कोर्ट ने राजपाल यादव को 6 महीने की सजा सुनाई है। शाहजहांपुर पहुंचने के बाद राजपाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया था जिसमें खुद को निर्दोष बताया था और माधौ गोपाल सहित सपा नेता पर उनको फ़ंसाने का आरोप लगाया था।

मुंबई में हुई थी मौखिक बातचीत

राजपाल यादव ने बातचीत में बताया कि 2010 मार्च को मुम्बई के सन एन्ड साइन होटल में डील हुई थी जिसमें सिर्फ राजपाल यादव, प्रदेश के मशहूर उद्योगपति माधौ गोपाल और सपा से शाहजहांपुर सांसद मिथिलेश कुमार मौजूद थे। वहां सारी बातचीत मौखिक रूप से हुई थी। बातचीत के मुताबिक माधौ गोपाल को फिल्म में पांच करोड़ रूपए लगाने थे और फिल्म में मुनाफा मिलने पर उन्हें आठ करोड़ रुपए लौटाए जाने थे।

बेटा कहकर एग्रीमेंट साइन कराया

फिल्म कलाकार राजपाल यादव ने बताया मेरे साथ बहुत बड़ा विश्वास घात किया गया। मुझे अपने बेटे जैसा और मेरे परिवार को अपना परिवार जैसा बताकर पैसे लगाने की बात कहते हुए उन्होंने मुझसे एग्रीमेंट साइन करवा लिया। मुझसे कहा गया कि जो बात हुई है वही एग्रीमेंट में लिखी है। लिहाजा मैंने पढ़े बगैर ही उस पर साइन कर दिए। बाद में उन लोगों ने चंद पैसों के लिए मुझे धोखा दे दिया।

कोर्ट में पता चला कि पैसा मुरली प्रोजेक्ट प्रा. लिमिटेड से दिया गया था

राजपाल यादव ने बताया जो एग्रीमेंट साइन कराकर मुझे फंसाया गया है। उसमें कही नहीं लिखा है कि फिल्म कोर्ट में बंधक बनाई जाएगी। जो एग्रीमेन्ट कोर्ट दिखाया गया, उस पर 36 पर्सेंट ब्याज दर लगाई गई है। पैसा देने के बाद मुझसे कोई भी क़िश्त नहीं मांगी गई। कोर्ट में जाने से पहले पार्टी कोई भी नोटिस नहीं भेजा गया। कोर्ट ने भी माना कि फिल्म पर रोक लगने से घाटा हुआ। फिल्म रिलीज होने से पहले एक करोड़ रुपया दिया गया था, उसके बाद पैसा टुकड़ों में दिया गया। पैसे देते समय मुझे नहीं बताया गया था कि मुझे मुरली प्रोजेक्ट प्रा. लिमिटेड से लोन दिया जा रहा है। यह बात तो मुझे कोर्ट से पता चली। राजपाल ने बताया कि फिल्म में जहां पांच करोड़ माधौगोपाल अग्रवाल के लगे थे, वहीं 17 करोड़ मेरा लगा था। कोर्ट में पार्टी के वकील ने स्वीकार किया कि लोन नहीं फिल्म में इन्वेस्टमेंट किया गया था। राजपाल ने आरोप लगाया कि कोर्ट में मेरी छवि खराब करने की कोशिश की गई।

फिल्म बंधक बनने के बाद हुआ करोडो का घाटा

राजपाल यादव ने बताया पार्टी को पैसा फिल्म रिलीज होने के बाद देना था, लेकिन फिल्म रिलीज होने से पहले ही पार्टी ने बंधक बनाली। कोर्ट ने फिल्म रिलीज करने का ऑर्डर 15 महीने बाद दिया। फिल्म टुकड़ों में बेची जाती है जिससे मोटा मुनाफा होता है, लेकिन जब मेरी फिल्म अतापता लापता बंधक थी तो कोई खरीदने को तैयार नहीं हुआ। फिल्म के एक हजार प्रिंट बिकने थे, लेकिन लगभग 190 प्रिंट ही बिके जिसके चलते करोड़ों का घाटा हुआ। फिर भी मैंने पैसे देने से इंकार नहीं किया था।

सपा नेता की पत्नी की 20 लाख की मदद न करना पड़ा महंगा

राजपाल यादव ने सपा नेता व पूर्व सांसद मिथिलेश यादव पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि 2012 के चुनाव में मिथलेश की पत्नी व पुवायां से पूर्व विधायक शकुन्तला चुनाव लड़ रही थीं। तब मिथलेश ने मुझसे चुनाव में मदद करने लिये 20 लाख रूपये मांगे थे। उस समय मेरी फिल्म अतापता लापता रिलीज नहीं हुई थी। मैंने मना कर दिया था जिसके बाद वे मुझसे नाराज चल रहे थे। 22 सितम्बर 2012 को बॉम्बे में मेरी फिल्म का संगीत रिलीज हुआ था, जिसमें मैंने अमिताभ बच्चन से 10 लोगों को मेडल दिलवाकर सम्मानित करवाया था। माधौ गोपाल अग्रवाल और मिथलेश को भी बुलाया, लेकिन वे लोग नहीं पहुंचे। राजपाल ने आरोप लगाया कि फोन पर मुझे बर्बाद करने की धमकी भी दी गई। मुझे और मेरी पत्नी को बेबजह ही मानसिक और शारीरिक कष्ट उठाने पड़ रहे हैं। मेरे पासपोर्ट तक जमा करा लिये गए, जिसके चलते मैं विदेश तक नहीं जा सकता।

माधौ गोपाल को दी चुनौती

राजपाल यादव ने माधौ गोपाल अग्रवाल को खुली चुनौती दी है। राजपाल ने बातचीत के दौरान कहा कि वे उनके हर मुकदमे का स्वागत करते हैं। वे जिस तरीके से पैसा ले रहे हैं, उस तरीके से मैं उनको चुनौती देता हूं कि पैसा लेकर दिखाएं। वह मुझसे विश्व के मंच पर बहस करके पैसा ले सकते है। मैं उनसे निवेदन करता हूं कि अब कोई कसर न छोड़ें। जितनी ताकत है वो लगा लें। मैं उनके हर मुकाबले के लिए तैयार हूं।

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