थाना सदर बाजार इलाके में बेहोशी की हालत में पड़े युवक को पुलिस ने एक बजे जिला अस्पताल मे भर्ती कराया था। युवक लखनऊ से पुलिस भर्ती का पेपर देकर लौट रहा था। रास्ते में उसे जहरखुरानी का शिकार बना दिया गया। जब उसे अस्पताल के ट्रामा सेन्टर में भर्ती कराया तो वो तड़प रहा था। यहां तैनात डाक्टरों और मेडिकल कर्मचारियों ने संवेदनहीनता की सभी सीमाएं पार कर डाली। युवक को पीटा गया और उसे अस्पताल से बाहर फेंक दिया गया। युवक की पिटाई और से बाहर फेंकने का वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन मामले का दबाए बैठे रहे।
युवक के भाई रामबरन ने बताया उसका भाई रजनीश पुलिस भर्ती का पेपर देने लख़नऊ गया था। वापस आते समय रास्ते में जहर खुरानी गिरोह ने भाई को शिकार बना लिया उसके पैसे व सामान लूट लिया। बेहोशी की हालत में पुलिस ने उसको जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। होश में आने पर मुझे सूचना मिली। जब मैं जिला अस्पताल पहुँचा तो पता चला कि भाई के साथ जिला अस्पताल में मारपीट की गई। उसको धूप में अस्पताल के बाहर फेंक दिया गया।
इस मामले में जिला अधिकारी अमृत त्रिपाठी ने तीन सदस्सीय टीम बनाकर मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट अतुल कुमार और सीएमओ आरपी रावत को सौपी है। जिलाधिकारी का कहना है कि जांच आने के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस तरीके का अमानवीय व्यवहार निंदनीय है।