ये था मामला
चौक कोतवाली क्षेत्र के मौजमपुर गांव निवासी 45 वर्षीय बालेश्वर ई-रिक्शा चलाता था। मंगलवार सुबह बालेश्वर बरेली मोड़ स्थित अजीजगंज चौकी के पास ईरिक्शा में सवारी भर रहा था। तभी अजीजगंज पुलिस चौकी के सिपाही विनीत, हैदर समेत कुछ लोगों ने बालेश्वर से रुपये मांगे। रुपये न देने पर उसके साथ मारपीट की। हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया। दोपहर करीब ढ़ाई बजे उसकी मौत हो गई। परिजन पहले शव गांव ले गए, फिर करीब साढ़े तीन बजे परिजनों और ग्रामीणों ने दस लाख रुपये मुआवजा और पुलिस चौकी के सभी कर्मियों को निलंबित करके मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर शाहजहांपुर बरेली हाईवे पर जाम लगा दिया। एसपी एस चनप्पा ने कहा कि पोस्टमार्टम में अगर चोटों की पुष्टि होती है तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके कुछ देर बाद एसडीएम सदर ने आरोपी सिपाहियों पर एफआईआर दर्ज करने और पीड़ित परिवार को मुआवजे का ऐलान किया। तब जाकर ग्रामीणों ने जाम हटाया।
चौक कोतवाली क्षेत्र के मौजमपुर गांव निवासी 45 वर्षीय बालेश्वर ई-रिक्शा चलाता था। मंगलवार सुबह बालेश्वर बरेली मोड़ स्थित अजीजगंज चौकी के पास ईरिक्शा में सवारी भर रहा था। तभी अजीजगंज पुलिस चौकी के सिपाही विनीत, हैदर समेत कुछ लोगों ने बालेश्वर से रुपये मांगे। रुपये न देने पर उसके साथ मारपीट की। हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया। दोपहर करीब ढ़ाई बजे उसकी मौत हो गई। परिजन पहले शव गांव ले गए, फिर करीब साढ़े तीन बजे परिजनों और ग्रामीणों ने दस लाख रुपये मुआवजा और पुलिस चौकी के सभी कर्मियों को निलंबित करके मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर शाहजहांपुर बरेली हाईवे पर जाम लगा दिया। एसपी एस चनप्पा ने कहा कि पोस्टमार्टम में अगर चोटों की पुष्टि होती है तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके कुछ देर बाद एसडीएम सदर ने आरोपी सिपाहियों पर एफआईआर दर्ज करने और पीड़ित परिवार को मुआवजे का ऐलान किया। तब जाकर ग्रामीणों ने जाम हटाया।