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स्मैक नमूना दिखाने का आया था और चढ़ गया पुलिस के हत्थे

locationशाहजहांपुरPublished: Mar 03, 2017 11:27:00 am

Submitted by:

pradeep beedawat

जालोर. मध्यप्रदेश और प्रतापगढ़ के रास्ते स्मैक का धुआं जालोर तक पहुंचने लगा है। जिले का सांचौर, रानीवाड़ा और भीनमाल क्षेत्र स्मैक का गढ़ बनता जा रहा है। मध्यप्रदेश और प्रतापगढ़ के सप्लायर यहां तक पहुंचकर स्मैक का कारोबार कर रहे हैं।

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जालोर. मध्यप्रदेश और प्रतापगढ़ के रास्ते स्मैक का धुआं जालोर तक पहुंचने लगा है। जिले का सांचौर, रानीवाड़ा और भीनमाल क्षेत्र स्मैक का गढ़ बनता जा रहा है। मध्यप्रदेश और प्रतापगढ़ के सप्लायर यहां तक पहुंचकर स्मैक का कारोबार कर रहे हैं। इसमें यहां के छोटे-छोटे सप्लायरों के जरिए स्मैक का नशा युवाओं के रगों में पहुंच रहा है। लेकिन पुलिस अब तक किसी बड़े सप्लायर को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। १ मार्च को रानीवाड़ा पुलिस के हत्थे चढ़े गादोला (प्रतापगढ़) निवासी मुबारक अजमेरी पुत्र इब्राहिम खां मुसलमान यहां स्मैक का नमूना लेकर आया था। लेकिन स्थानीय खरीददार सेवाड़ा निवासी बाबूलाल बिश्नोई के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गया और पुलिस ने इनके कब्जे से ५ ग्राम स्मैक बरामद की। पुलिस का कहना है कि आरोपितों से प्रारम्भिक पूछताछ में छोटे-छोटे सप्लायरों के जरिए यहां स्मैक बेचने की बात सामने आई है। ऐसे में जाहिर है कि यहां स्मैक का कारोबार फलफूल रहा है। हालांकि, पुलिस की ओर से सांचौर-भीनमाल क्षेत्र में दो-तीन बार कार्रवाई कर स्थानीय सप्लायरों पर शिकंजा कसने का प्रयास किया है। लेकिन यहां तक बड़ी मात्रा में स्मैक कहां से और कौन सप्लाई कर रहा है, इस रैकेट का पुलिस अब तक कोई खास खुलासा नहीं कर पाई है। ऐसे में पुलिस की कार्रवाई पर सवालियां निशान लग रहा है। फौरी कार्रवाई के चलते स्मैक माफिया आसानी से इस कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में स्मैक का नशा युवाओं की रगों में बसता जा रहा है।
छोटे सप्लायर करते हैं तैयार
बड़े सप्लायर यहां तक माल की आपूर्ति देते हैं। इसके बाद छोटे-छोटे सप्लायरों के जरिए स्मैक को नशेडिय़ों तक पहुंचाया जाता है। पूर्व में पुलिस की ओर से कुछ युवाओं को स्मैक के साथ पकड़ा भी जा चुका है, लेकिन जिले में स्मैक के नशे का रैकेट कौन संचालित कर रहा है और किस तरह संचालित किया जा रहा है, इस बारे में पुलिस कोई राज नहीं उगलवा पाई है। पुलिस स्मैक के साथ आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद नशे के सौदागरों तक पहुंचने का दावा तो करती है, लेकिन आरोपितों से पूछताछ में कोई खास राज नहीं उगलवा पाती है। ऐसे में नशे के सौदागार हर बार बच निकलते हैं।
केस-एक
चितलवाना थाना पुलिस ने अप्रेल २०१६ में राष्ट्रीय राजमार्ग-१५ पर मीठीबेरी सरहद में सड़क के पास लग्जरी कार में सवार होकर स्मैक का नशा कर रहे चार युवाओं को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने पुर निवासी गणपतलाल पुत्र हमीराराम, शैतानराम पुत्र बाबूलाल, आसुराम पुत्र रामलाल बिश्नोई तथा वोढ़ा निवासी मांगीलाल पुत्र वींजाराम बिश्नोई को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से २ ग्राम स्मैक बरामद की थी।
केस-दो
सांचौर थाना पुलिस ने १९ अक्टूबर २०१६ को नेशनल हाईवे-१५ पर सांचौर शहर में चार रास्ता के पास खड़े एक नाबालिग के कब्जे से १३ ग्राम स्मैक बरामद की थी। लेकिन नाबालिग के पास स्मैक कहां से आई और वह कहां सप्लाई करने जा रहा था, इसको लेकर पुलिस अब तक कोई खास जानकारी नहीं जुटा पाई है।
केस-तीन
२० नवम्बर को भीनमाल थाना पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान बाइक सवार पूनासा निवासी ओमप्रकाश पुत्र लादूराम बिश्नोई की तलाशी ली थी। इस दौरान आरोपित के कब्जे से ५२ ग्राम स्मैक बरामद की थी। वहीं आरोपित के रहवासीय मकान की तलाशी में ७३ ग्राम स्मैक व करीब 6 लाख रुपए बरामद हुए थे। इस आरोपित से प्रारम्भिक पूछताछ में भी मध्यप्रदेश व चित्तौडग़ढ़ क्षेत्र के बड़े तस्करों की ओर से स्मैक कारोबार का नेटवर्क संचालित करने की बात सामने आई थी। लेकिन बाद में पुलिस ने कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की।
इनका कहना है…
आरोपित ने प्रारम्भिक पूछताछ में स्मैक का नमूना लेकर आने की बात कबूल की है। जो स्थानीय सप्लायर को देना था। लेकिन दोनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपितों को दो दिन के रिमांड लिया गया है। जिनसे अनुसंधान अधिकारी करड़ा थाना प्रभारी की ओर से पूछताछ की जा रही है।
-हरीश राठौड़, थाना प्रभारी, रानीवाड़ा
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