जनपद शाहजहांपुर के मदराखेल क्षेत्र निवासी अर्शी आज लोगों के लिए रहनुमा बनी हुई है। अर्शी के मुताबिक उसके पिता मशहूर की कोरोना की इस दूसरी लहर में तबीयत बिगड़ गई। ऑक्सीजन समस्या होने पर उसने कई लोगों से मदद मांगी। जान बचाने की गुहार लगाई, लेकिन निराशा के सिवाय कुछ नही मिला। जिसके बाद उसने चचेरे भाई और उनके दोस्तों की मदद से दो सिलेंडर की व्यवस्था कर पिता की जान तो बचा ली, लेकिन उसने तभी प्रण किया कि जिस तरह उसके पापा को परेशानी उठानी पड़ी।
इस तरह किसी और को परेशान नही होने देगी। अब अर्शी उन्ही दो सिलेंडर में खुद के पैसे से गैस रिफिल करा जरूरतमंद के पास अपनी स्कूटी से पहुंचाती है। अभी तक उसने उधमसिंह नगर, हरदोई, शाहाबाद से 18 बार ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाए हैं। अर्शी ने बताया कि इस कठिन दौर में हर दूसरा तीसरा व्यक्ति ऑक्सीजन गैस के लिए परेशान हुआ है अगर किसी ने मदद की है तो उससे प्रेरित होकर दूसरों को भी लोगों की मदद करनी चाहिए।