दरअसल मामला थाना बंडा के ढाका घनश्यामपुर गांव का है। यहां पर ग्रामसभा की जमीन पर 20 साल पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। सफेद कपड़े पहनने वाले गांधी जी की प्रतिमा भी सफेद रंग में ही रंगी जाती रही लेकिन 20 साल के बाद अचानक ही इस गांव में रातों-रात गांधी जी की प्रतिमा को भगवा रंग में रंग दिया गया। सुबह जब लोगों ने देखा तो लोग हैरत में पड़ गए। कांग्रेस जिला अध्यक्ष कौशल मिश्रा ने गांधी जी की प्रतिमा को भगवा रंग में रंगने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
हैरानी बात यह है कि गांधी जी की प्रतिमा को भगवा रंग में किसने रंगा ये अभी पता नहीं चल पाया है। वहीं विश्व हिन्दू परिषद् का कहना है की मूर्तियों को भगवा करने का सिलसिला जारी रहेगा। विश्व हिन्दू परिषद् का कहना है कि भगवा तो संतो का रंग है और प्रतिमाओं को भगवा करने का सिलसिला जारी रहेगा। इससे साफ़ जाहिर होता है की गांधी की प्रतिमा का भगवाकरण करने में हिंदूवादी संगठननों के लोग ही शामिल हैं।